नई दिल्ली। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी के चलते मैदानी क्षेत्र में ठंड की आहट महसूस होने लगी है। जम्मू कश्मीर और इससे सटे भागों पर बना पश्चिमी विक्षोभ अब आगे बढ़ रहा है जिससे अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के साथ पश्चिमी हिमालयी भागों में हिमपात व मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। यही नहीं पंजाब और हरियाणा में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। यही नहीं पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश से अगले तीन चार दिनों में दिल्ली एनसीआर में भी तापमान गिर सकता है।
दिल्ली में दो तीन दिनों की राहत के बाद अब ठंड बढ़ने वाली है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण सोमवार को दिल्ली के अलावा गाजियाबाद के साहिबाबाद और सोनीपत में हल्की बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो मंगलवार और बुधवार को भी गरज के साथ बौछारें, ओलावृष्टि की संभावना है। यही नहीं 20-25 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। नौ जनवरी तक न्यूनतम तापमान पांच या छह डिग्री पर पहुंच सकता है। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को अधिकतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य है।
उत्तराखंड के बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक बर्फबारी हो रही है जबकि मसूरी समेत कई क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है। इससे उत्तराखंड के अधिकांश इलाके एकबार फिर कड़ाके की शीतलहर की चपेट में है। भारी बर्फबारी Snowfall in Uttarakhand के कारण 50 से ज्यादा गांव जिला मुख्यालयों से कट गए हैं। चमोली में औली और पिथौरागढ़ में थल-मुनस्यारी मार्ग नहीं खोला जा सका है। देहरादून समेत कई जिलों में बादलों की आंखमिचौनी के बीच बर्फीली हवाएं कंपा रही हैं।
Update कश्मीर घाटी और पीर पंचाल क्षेत्र में बर्फबारी ने घाटी के लोगों को शीत लहर से निजात दिलाई है। सोमवार को गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, पीर पांचाल पर्वत श्रृंखला और अन्य स्थानों सहित उच्चतर पहुंच वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई जबकि श्रीनगर में हल्की बारिश हुई जिसके बाद श्रीनगर का न्यूनतम तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में मंगलवार को भी बर्फबारी के जारी रहने का अनुमान है। जम्मू-श्रीनगर हाइवे एकतरफ से खोला गया है और रामबन एवं घाटी में फंसे वाहनों को निकाला जा रहा है।