नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का बजट पेश किया। इस बजट में कई घोषणाएं हुईं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को बजट से बहुत उम्मीदें थी। लेकिन, एक बार फिर दिल्ली वालों के साथ सौतेला व्यवहार हुआ। दिल्ली भाजपा की प्राथमिकताओं में आता ही नहीं, तो दिल्ली वाले भाजपा को वोट क्यों दे? सवाल ये भी है की चुनाव से पहले ही जब भाजपा दिल्ली को निराश कर रही है तो चुनाव के बाद अपने वादे निभाएगी?
बजट पर आप नेता संजय सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों को बड़ी उम्मीद थी कि इस बजट से उनको कुछ मिलेगा, लेकिन इस बजट से उनको निराशा हाथ लगी। एक दिशाहीन, निराशाजनक बजट पेश किया गया। ये एक जुमला बजट है।
हालांकि बजट आने से पहले केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के लोगों को पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार बजट में दिल्ली के हितों की रक्षा करेगी। चुनाव के मद्देनजर दिल्ली को और भी ज़्यादा मिलना चाहिए। बजट बताएगा कि भाजपा को हम दिल्लीवालों की कितनी परवाह है। अब ऐसा नहीं हुआ तो वह भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली के चुनाव में इस बार काफी घमासान मचा है। इस बार दिल्ली में विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को होगा और मतगणना 11 फरवरी को होगी। इस बार दिल्ली में जहां साफ पानी और शिक्षा में बेहतरी को आम आदमी पार्टी सरकार मुद्दा बना कर लोगों के बीच जा रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस इसे झूठ बता कर बेहतर दिल्ली बनाने का वादा कर रही है। अब देखना होगा कि दिल्ली की जनता क्या जवाब देती है।