सीतापुर। रेउसा थाना क्षेत्र में मानवता को शर्मसार करने देने वाला एक मामला सामने आया है। एक पिता ने अपनी आठ वर्षीय बेटी के साथ पहले दुष्कर्म किया, बाद में हत्या कर शव को बोरे में भरकर गड्ढे में डाल दिया। घटना के बाद रिपोर्ट लिखाने में आनाकानी करने और संदिग्ध गतिविधियों के कारण पुलिस को पिता पर शक हुआ। बाद में गुमखुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने खुद पुलिस थाने पहुंच गया। जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शव को गड्ढे से बाहर निकलवा लिया गया है। एसपी समेत बड़े अफसर मौका-ए-वारदात पर हैं।
घर पर अकेली थी बेटी
दरअसल, अपनी बेटी को हवस का शिकार बनाने वाले पिता ने मौका पाकर इस वारदात को अंजाम दिया। एसओ रेउसा नोवेंद्र सिंह सिरोही ने बताया कि आरोपित के पांच बच्चे हैं। इनमें आठ वर्षीय यह बालिका सबसे छोटी थी। एक फरवरी को आरोपित की पत्नी किसी काम से तहसील गई थी। बाकी भाई-बहन स्कूल गए थे। यह बालिका घर पर अकेली थी। इसी का फायदा उठाकर आरोपित ने पहले तो अपनी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और बाद में शव को बोरे में भरकर बाथरूम के पानी के लिए बने गड्ढे (सोख्ता) में डाल दिया।
इस घटना के बाद आरोपित ने खूब ड्रामा किया। उसने पुलिस को तहरीर दी कि उसकी बेटी गांव से कहीं गुम हो गई है। इसके बाद पुलिस ने पूछताछ की तो वह हड़बड़ा रहा था। मुकदमा भी न दर्ज करने की बात कह रहा था। बाप की संदिग्ध गतिविधियों ने पुलिस के शक को और पुख्ता कर दिया। पुलिस उसकी निगरानी करती रही। इस मामले में गुमशुदगी दर्ज की गई थी।
पुलिस का कहना है कि आरोपित इस फिराक में था कि मौका मिले तो वह शव को ठिकाने लगा दे। आसपास पुलिस सजग थी। घर वाले भी थे। इस वजह से आरोपित का यह मकसद पूरा नहीं हो सका। इसके बाद पुलिस ने बीती रात पर आरोपित से सख्ती की तो वह टूट गया। उसने वारदात को कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने घर में गड्ढे से शव को बरामद कर लिया है।
घटना की सूचना पाकर एसपी एलआर कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने घटना के संबंध में आरोपित से भी पूछताछ की है। इसके अलावा ग्रामीणों से भी आरोपित के बारे में जानकारी जुटाई है।