लखनऊ (सज्जाद बाक़र)। विनम्र खण्ड, गोमतीनगर स्थित लखनऊ पब्लिक काॅलेज आॅफप्रोफेशनल स्टडीज में शिक्षा संस्कृति उत्थानन्यास एवं भारतीय भाषा मंच नई दिल्ली तथा एल पी सी पी एस ने ‘चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला काआयोजन किया।कार्यशाला में संस्थापक प्रबंधक डाॅ एस पी सिंह ने अपने स्वागतभाषण में मार्टिन लूथर किंग जूनियर के वक्तव्य के माध्यम सेइसबातपर बल दिया कि व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिए सुदृढ़ चरित्र निर्माणआवश्यक है।मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षा संस्कृति उत्थानन्यास नईदिल्ली के राष्ट्रीय सचिवअतुल कोठारी ने व्यक्तित्व के समग्रविकास के लिए अष्टांग योग के अंतर्गतपंचकोषों की व्याख्या की और यह बताया कि हमारा पाठ्यक्रम ऐसा हो जिसमें नैतिकता, आध्यात्मिकताऔर वैज्ञानिक ताकासमन्वय हो।भारतीय भाषामंच के राष्ट्रीय संयोजकडाॅ वृषभप्रसादजैन ने कहा कि हमारी शिक्षाऔर संस्थाएं ऐसी दृष्टि विकसित करें किअपनी भाषा मेंज्ञानअर्जितकरें, अपनीभाषा की उन्नति के लिए कार्यकरें।अपनीभाषामें अध्ययन और अध्यापन व्यक्ति को बहुत ही ऊंचाई पर ले जाता है,क्योंकि हम मानते हैं किभाषाएं बचेंगी, तो हम बचेंगे, हमारी संस्कृति बचेगी, हमारी परंपरा बचेगी।इन्दौर मेडिकल काॅलेज के डाॅ मनोहर लाल भंडारी ने स्वस्थरहने के लिए देशजतरी के बताये जिनका प्रयोग करके हम सदैव स्वस्थ रह सकतेहैं।इसकेअतिरिक्त डाॅभंडारी ने आभार विज्ञान की बात की,किदिन की शुरुआत यदिआभारसे की जायेतो जीवन धन्य हो जाता है।इस प्रकारसे यह कार्यशालाचरित्र निर्माण एवंव्यक्तित्व के समग्र विकास परआधारित एक कम्पलीट पैकेज थी।इसमें लखनऊ, आगरा व बाराबंकी के करीब सौशिक्षण संस्थानों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य व शिक्षकों ने प्रतिभागलिया।डीन डाॅ एल एसअवस्थी, आर डी मौर्याऔर प्रधानाचार्याअनीता चैधरी ने कार्यशाला के आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई।