भागीदार संकल्प मोर्चा ने की प्रेस वार्ता, कहा, सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा का विकल्प बनेगा मोर्चा
लखनऊ। जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी की मांग लेकर भागीदारी संकल्प मोर्चा ने शनिवार को हजरतगंज स्थित कसमण्डा हाउस में प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्टीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, भारतीय वंचित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सिंह चौहान, जनता क्रांति पार्टी के नेता केवट राम जरी बिंद सहित अन्य कई पार्टियों के नेता उपस्थित रहे।
प्रेस वार्ता में ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया कि बहुत जल्द भागीदारी मोर्चा उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा का विकल्प बनकर उभरेगा। पिछड़ों को उनका हक दिलाने के लिए इस मोर्चा का गठन दिसंबर 2019 में किया गया था। तब से लेकर अब तक हमने बलिया और गाजीपुर में रैलियों का आयोजन किया गया। जिनमें पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज का भरपूर समर्थन मिला। आने वाले समय में हम यूपी के सभी 18 मण्डलों के सभी जनपदों में भागीदारी संकल्प मोर्चा रैलियां करेगा। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भागीदारी संकल्प मोर्चा सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा।
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि शुक्रवार को सदन में बताया गया कि भाजपा को मिलने वाले कुल वोट में से 38 प्रतिशत वोट अति पिछड़ा समाज का है। यही 38 प्रतिशत अति पिछड़ा समाज किसी भी पार्टी की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राजभर ने दावा किया कि अब यह 38 प्रतिशत वोटर भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ संगठित हो रहा है। जिसका नमूना बलिया, कुशीनगर और बलिया में दिख चुका है।