लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि केंद्र सरकार के गलत रवैये के कारण सरकारी नौकरियों और प्रमोशन में आरक्षण की वय्वस्था को निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया गया है। जिससे पूरे समाज में आक्रोश है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने इस मामले को लेकर लगातार तीन ट्वीट किए हैं।
ट्वीट में मायावती ने लिखा, “कांग्रेस के बाद अब बीजेपी व इनकी केंद्र सरकार के अनवरत उपेक्षित रवैये के कारण यहां सदियों से पछाड़े गए एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग के शोषितों पीड़ितों को आरक्षण के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने का सकारात्मक संवैधानिक प्रयास फेल हो रहा है। जो अति गंभीर है।”
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, “केंद्र के ऐसे गलत रवैये के कारण ही मा. कोर्ट ने सरकारी नौकरी व प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था को जिस प्रकार से निष्क्रिय एवं निष्प्रभावी ही बना दिया है, उससे पूरा समाज उद्वेलित व आक्रोशित है। देश में गरीबों, युवाओं, महिलाओं व उपेक्षित के हकों पर लगातार घातक हमले हो रहे हैं।”
मायावती ने तीसरे ट्वीट में लिखा, ” ऐसे में केंद्र सरकार से पुनः मांग है की वो आरक्षण की सकारात्मक व्यवस्था को संविधान की नवीं अनुसूची में लाकर इसको सुरक्षा कवच तब तक प्रदान करें जब तक उपेक्षा व तिरस्कार से पीड़ित करोडों लोग देश की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो जाते, जो आरक्षण की सही संवैधानिक मंशा है।”