बीते कुछ समय से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच टकराव की खबरें आ रही हैं। ऐसी अटकलें हैं कि दोनों नेता के बीच अनबन है। इस बीच खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ज्योतिरादित्य सिंधिता को लेकर बड़ा बयान आया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराज नहीं हैं।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा. ‘मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता… मैं कभी शिवराज सिंह से नाराज नहीं हुआ तो सिंधिया से क्यों होऊंगा।’
दरअसल, इससे एक दिन पर ग्वालियर में कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दोहराया कि यदि कमलनाथ नीत मध्य प्रदेश सरकार पार्टी के वचनपत्र में किये गये वादों को पूरा नहीं करेगी तो जनसेवक होने के नाते उन्हें पूरा करवाने के लिए ‘मुझे सड़क पर उतरना ही होगा। हालांकि, सिंधिया ने अपने रुख में इस बार थोड़ी नरमी लाते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें कुछ समय तक सब्र रखना होगा, क्योंकि मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बने अभी करीब एक साल ही हुआ है।
उन्होंने ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर रविवार रात मीडिया से चर्चा में कहा, ‘मैं जनसेवक हूं और जनता के मुद्दों के लिए लड़ना मेरा धर्म है। जो वादे वचनपत्र में लिखे हैं, उन्हें पूरा करना ही होगा। सिंधिया ने कहा, ‘अब यदि वचनपत्र में लिखे वादे पूरे नहीं हुए तो सड़क पर उतरना ही होगा।’
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सिंधिया ने मध्यप्रदेश के कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार अपने वादो पूरे नहीं करेगी तो वह सड़क पर उतरेंगे। इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि यदि सिंधिया सड़क पर उतरना चाहते हैं तो उतर जाएं। इसके बाद कमलनाथ सरकार के कुछ मंत्रियों ने कहा था कि वचनपत्र के वादे पांच साल के लिए हैं और सरकार बने अभी एक साल ही हुआ है। इसके बाद सिंधिया के रुख में थोड़ी नरमी आई है।