लखनऊ। राजधानी के महानगर थाना क्षेत्र स्थित विवेकानद हॉस्पिटल से एक नया मामला सामने आया है, जंहा हॉस्पिटल के डॉक्टर की लापरवाही से एक युवक की मौत हो गई। मृतक 14 जनवरी को विवेकानंद हॉस्पिटल में शरीर मे चल रहे इंफेक्शन के चलते भर्ती हुआ था। मरीज के परिजनों का आरोप है कि मौत के घंटो बाद भी उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। डॉक्टर सिर्फ मरीज के नाम पर उनसे पैसे ऐंठ रहे थे। परिजनों का आरोप है की शव देने से पहले डॉक्टर्स ने जमा कराया मृतक का पूरा बिल।
बता दें मृतक राजन कपूर (45) पुत्र स्व. भूषण लाल कपूर बाबूगंज थाना हसनगंज का निवासी है। 14 जनवरी को गाड़ी का हैंडल पैर में लगने के कारण युवक गया था डॉक्टर को दिखाने। विवेकानंद के डॉक्टरों ने इंफेक्शन की बात कहकर युवक को ऑपरेशन कराने की सलाह दी थी। मृतक के परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों ने तीन बार में मरीज का ऑपरेशन किया था। जिसकी तारीख 17, 21 और 29 जनवरी थी। विवेकानंद के डॉक्टर्स ने ऑपरेशन के कुछ दिन बाद ही मरीज के परिजनों को बिना सूचित किये ही मरीज को कर दिया था डिस्चार्ज। परिजनों ने बताया घर पर ड्रेसिंग करने के नाम पर भी अस्पताल की तरफ से लिए जाते थे प्रतिदिन 1500 रुपये । बता दें मरीज का ऑपरेशन डॉक्टर अमित अग्रवाल, गोपाल, अभिनव खरे, सारिका और डॉक्टर मोहम्मद आमिर ने किया था। पैर का इंफेक्शन फेफड़े तक पहुंचने से हो गई मरीज की मौत। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर इलाज के नाम पर अब तक कर चुके हैं 8 लाख रुपये की धन उगाही