लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द सहारनपुर खनन घोटाले के मामले में आइएएस अधिकारी अजय कुमार सिंह व पवन कुमार पर शिकंजा कसेगा। सूत्रों का कहना है कि ईडी सहारनपुर खनन घोटाले में दर्ज की गई सीबीआइ की एफआइआर का परीक्षण कर रहा है। सपा शासनकाल में हुए करोड़ों के खनन घोटाले के मामले में काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। कई आइएएस अधिकारियों समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों पर बैठे कर्मचारियों की भूमिका जांच के दायरे में है। उनकी बेनामी संपत्तियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। उल्लेखनीय है कि सीबीआइ के मुकदमों को आधार बनाकर ईडी हमीरपुर, कौशाम्बी, फतेहपुर व देवरिया समेत पांच जिलों में हुए खनन घोटाले में अलग-अलग केस दर्ज कर मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब तक छह आइएएस अधिकारी बी.चंद्रकला, अभय सिंह, विवेक, संतोष कुमार राय, जीवेश नंदन व देवी शरण उपाध्याय के खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है। सीबीआइ ने कोर्ट के आदेश पर सहारनपुर में हुए खनन घोटाले के मामले में 30 सितंबर को सहारनपुर के तत्कालीन डीएम अजय कुमार सिंह व पवन कुमार समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। सीबीआइ ने एक अक्टूबर को दोनों आइएएस अधिकारियों के घरों समेत कुल 11 स्थानों पर छापेमारी की थी। सीबीआइ छापे के दौरान आइएएस अधिकारी अजय कुमार सिंह के घर से 15 लाख रुपये बरामद किए थे। इसी कड़ी में सहारनपुर के पूर्व एमएलसी हाजी मु.इकबाल के बेटे मु.वाजिद की मुश्किलें भी और बढ़ेंगी। सूत्रों का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द सहारनपुर खनन घोटाले में भी मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करेगा। दरअसल, जांच में अलग-अलग जिलों में हुए खनन घोटाले के तार आपस में जुड़े पाए गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय के लिए इस लिहाज से भी सहारनपुर केस की कडिय़ां खंगालना अहम होगा।