लखनऊ। यूपी खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा महात्मा गांधी जी की 150वीं जयन्ती के अवसर पर लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 12 दिवसीय खादी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हैं जो 2 अक्टूबर शुरू हो चुका और 13 अक्टूबर को खत्म होगा। खादी महोत्सव के आज पांचवें दिन आओ बनायें खादी, आओ अपनायें खादी विषय पर आयोजित खादी महोत्सव में 100 से अधिक स्टॉल लगाये गए हैं। रविवार व दशहरे की छुट्टियों के कारण स्टालों पर आज भारी संख्या में लोग अपनी पसंद के सामानों की खरीदारी करते देखे गए। प्रदर्षनी में क्षेत्रीय गांधी आश्रम लखनऊ एवं बाराबंकी द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के सूती, ऊनी, पॉली-खादी, रेशम के सूट, चादर, रजाई-गद्दे आदि वस्तुएं उपलब्ध हैं। प्रदर्षनी में आए आगंतुकों द्वारा भारी मात्रा में खरीदारी की जा रही है। इसके अलावा प्रदर्षनी में विभिन्न प्रकार के रत्न, रुद्राक्ष, यंत्र, मोती की माला, मिट्टी के बर्तन तथा हर्बल उत्पाद आदि भी उपलब्ध हैं। प्रदर्शनी में राजस्थान, गुजरात, वाराणसी, उत्तराखण्ड एवं बिहार राज्यों से भी उद्यमी पधारे हैं जो अपने उत्कृश्ट उत्पादों का प्रदर्षन कर रहे हैं। जैसे-राजस्थान के बीकानेरी पापड़ एवं नमकीन, उत्तरांचल के कम्बल एवं जैकेट, वाराणसी के रेषम एवं सिल्क साड़ी तथा गुजरात के हस्तषिल्प कला से निर्मित उत्पाद भी प्रदर्षनी के मुख्य आकर्शण हैं जिनकी काफी बिक्री हो रही है। खबर लिखे जाने तक महोत्सव में अब तक लगभग 47.50 लाख रुपये तक की बिक्री हो चुकी है।
महोत्सव में शाम का अंदाज कुछ अलग ही रहता है। रविवार को भी जानी-मानी प्रसिद्ध गायिका मालविका हरिओम द्वारा प्रस्तुत की गयी गज़ल व गीत, जिसकी शुरुआत उन्होंने गांधी को समर्पित गीत- वैश्णों जन तो तेने कहिये से की, इसके बाद गजल-मेरे जैसे बन जाओगे, बाद मेरे भी फैज बनाए रखना एवं गाड़ी हौले चलाओ गाड़ीवान गीत की मनमोहक प्र्र्रस्तुतियां दी, जिससे माहौल खुषनुमा हो गया और लोगों ने इसका आनन्द उठाया। उनके साथी कलाकार के रूप में गिटार पर राकेश आर्या, तबले पर शेख इब्राहिम एवं की-बोर्ड पर मयंक सिंह भी शामिल थें। इसके बाद देर रात तक फरमाइषों का दौर चलता रहा और लोग उसका आनंद तथा तालियों से उनकी हौसला अफजाई करते रहें।