नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को फिर से पुलिस पर पथराव किया। इसके बाद दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्रर ने खुद कमान संभालते हुए प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन जब वो नहीं माने तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैसे के गोले छोड़े। सोमवार सुबह से ही जाफराबाद में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहीं मौजपुर में बाजार बंद है लेकिन कुछ दुकानें खुली थी।
जाफराबाद में रविवार को हुई हिंसा के बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सोमवार को जानकारी दी थी कि जाफराबाद और मौजपुर- बाबरपुर मेट्रो के प्रवेश व निकास द्वारा बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर मेट्रो नहीं रुकेगी। रविवार को प्रदशर्नकारियों ने यमुनापार में चार सड़के बंद कर दी थी जिसके बाद ईस्ट दिल्ली की सड़के पूरी तरह से जाम हो गई थीं। शनिवार रात को महिलाओं ने जाफराबाद मुख्य रोड बंद किया था।
जाफराबाद के मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास रविवार को रुक-रुक कर करीब दो घंटे तक पथराव हुआ। इस बीच पुलिस ने करीब छह राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन बेअसर साबित होता रहा। बेकाबू हालत को देखते हुए भारी संख्या में अध्र्य सैनिक व पुलिस बल बुलाया गया। फिर वहां से दोनों पक्ष के प्रदर्शनकारियों को खदेड़कर हालत को काबू किया गया।
सीएए और एनआरसी के विरोध में रविवार को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे सड़क जाम करने से समर्थन करने वाले लोग भड़क गए। समर्थन करने वाले लोग दोपहर 3:15 बजे करीब मौजपुर चौक पर पहुंचकर सड़क को पूरी तरफ से जाम कर दिया और समर्थन में नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि जब तक विरोध करने वाले जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे सड़क खाली नहीं करेंगे, तब तक वह भी नहीं हटेंगे। इसी को लेकर दोनों पक्ष के लोग भड़क गए। शाम 4:10 बजे पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने नियंत्रण करने के लिए आंसू गैसे के गोले दागे। इसके बावजूद भी लोग पत्थरबाजी करते रहे। पुलिस ने फिर आंसू गैसे के गोले दागे तो कुछ समय के लिए पत्थरबाजी रुकी। थोड़ी देर बाद भी शुरू हो गई। इस तरह रुक-रुक कर शाम 6:15 बजे तक पत्थरबाजी होती रही।