उन्नाव। जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने थाना गौशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सोलर प्लांट की स्थिति, जानवरों के लिए उचित पानी की व्यवस्था के लिए समरसेबुल आदि की स्थिति जानी तथा जानवरों के चारा खाने वाली नंाद को और ऊंचा करने के निर्देश दिए जिससे कि जानवरों को चारा खाने में समस्या का सामना न करना पड़े। जानवरों के पानी पीने की टंकी ज्यादा ऊंचाई पर पाई गई उसे सही कराने के निर्देश दिए। गौशाला के कॉर्नर एरिया पर जानवरों के लिए हरा चारा बोने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 प्रमोद सिंह को दिए। उन्होंने कहा कि जानवरों की ईयर टैगिंग शत् प्रतिशत होनी चाहिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को समस्त जानवरों की ईयर टैगिंग करवाने हेतु एक सप्ताह का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्त जानवरों की ईयर टैगिंग अवश्य होनी चाहिए, पूरे जनपद में कोई भी पशु बिना ईयर टैगिंग के नहीं रहना चाहिए। जिलाधिकारी नें मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को गौशाला में वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए और साथ ही गौशाला का सौंदर्यीकरण कराने के निर्देश दिए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि थाना गौशाला में 472 गोवंश जानवर हंै, जिनमें से 427 गोवंशो की टैगिंग हो चुकी है बाकी बचे हुए जानवरों की टैगिंग जल्द ही करा ली जाएगी। उन्होंने बताया कि चार सेट बने हुए हैं, तीन चरही, दो गोदाम तथा एक कार्यालय बना हुआ है।
गौेशाला निरीक्षण के उपरान्त जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय थाना-3, ब्लाक सिकंदरपुर सिरोसी का औचक निरीक्षण किया, जिसमें 60 में से कुल 09 बच्चे उपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने बच्चों से खाने पीने की व्यवस्था,स्वेटर आदि के बारे में जानकारी ली इस पर बच्चों द्वारा बताया गया कि स्वेटर मिल चुके हैं। आज खाने में सब्जी रोटीमिली है। जिलाधिकारी ने विद्यालय में रसोई को भी निरीक्षण किया, रसोई में खाना बनाने की सामग्री तेल, मसाले आदि को भी देखा। रसोई घर में अग्निशमन यंत्र न होने के कारण जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। विद्यालय में अग्निशमन यंत्र तो था परंतु रसोई घर में नहीं जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इसे रसोई घर में ही रखा जाए। जिलाधिकारी ने स्टॉफ रजिस्टर, एमडीएम रजिस्टर, आदि को देखा व पूरा स्टाफ उपस्थित न होने के कारण शिक्षा मित्र का मानदेय रोकने व खंड शिक्षा अधिकारी (सिकन्दरपुर सरोसी) का स्पष्टीकरण करने, अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। एक ही परिसर में एक ही कार्यकत्री द्वारा थाना-3 व थाना-4 नामक दो आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की।