नई दिल्ली। आइबी के हेड कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या मामले में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद ताहिर हुसैन पर मामला दर्ज हो चुका है। इसके बाद पार्टी ने तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बता दें कि उनका नाम दंगाइयों का साथ देने में आ रहा है। इसके बाद से सियासत गर्मा गई है। इन सब आरोपों पर निगम पार्षद ताहिर हुसैन का कहना है कि उनके घर में किस तरह तबाही के सामान आए और यहां से किन लोगों ने पेट्रोल बम से लेकर पत्थर व तेजाब फेंके, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि उनका घर पुलिस की निगरानी में था और मैं वहां पर नहीं था। मुझ पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद व झूठे हैं।
पुलिस ने नहीं किया मदद
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों को लेकर आरोपों में घिरे आम आदमी पार्टी के ताहिर हुसैन ने कहा कि 24 फरवरी को वह 11.30 बजे तक अपने घर पर थे। मेरे घर पर हमला किया जा रहा था जिससे मैंने बार-बार पुलिस को फोन किया।
पुलिस 10 बजे आई और मेरे पूरे घर की तलाशी ली। दिल्ली पुलिस के उपायुक्त डॉ. एके सिंगला और संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार भी उस समय मौजूद थे। उस समय मेरे घर पर कुछ भी नहीं मिला था। 25 फरवरी को सुबह मैं कपड़े लेने के लिए घर गया तो लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। जिससे मौके पर तैनात अर्द्ध सैनिक बलों ने उन्हें घर के अंदर जाने से मना कर दिया। जिससे वह लौट आए। उनका घर पुलिस सुरक्षा के घेरे में था।
मेरे घर पर फैक्ट्री का कार्यालय है जिसमें 15 से 20 स्टाफ काम करते हैं। कभी भी मेरे घर पर 25-30 से अधिक लोग नहीं रहते। मेरे घर पर तबाही के सामान कैसे आए यह तो पुलिस ही बता सकती है। मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है। मेरा इस पूरे प्रकरण से कोई लेना देना नहीं है। जिस वीडियो में मैं दिख रहा हूं वह 24 फरवरी की है। तब तक यहां कुछ नहीं हुआ था। मेरे ऊपर जो हत्या, आगजनी का आरोप लगा है वह पूरी तरह से झूठा है। मैंने हमेशा हिंदू मुस्लिम सौहार्द के लिए काम किया है।