लखनऊ। सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान लखनऊ स्थित घंटाघर में मंगलवार को आधी रात हंगामा हुआ। सपा के पूर्व राज्यमंत्री को ठाकुरगंज पुलिस ने घंटाघर से हिरासत में ले लिया।
वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने धरनस्थल पर मौजूद लोगों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पकड़ा। कुछ पुरुषों को पुलिस ने मौके से भगा दिया। आरोप है कि पुलिस ने एक युवक के साथ उसकी मासूम बच्ची को भी उठा लिया।
आरोप है कि पुलिस ने 5 साल की मासूम को आगे जाकर फेंक दिया। एडीसीपी के साथ घंटाघर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात हैं।
वहीं, अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिमी ने बताया गया कि थाना ठाकुरगंज पुलिस द्वारा बिना किसी अनुमती के घंटाघर पर चलाए जा रहे महिलाओं के धरना प्रदर्शन स्थल के पास सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत गस्त की जा रही थी।
इसी दौरान सूचना मिली कि धरना-स्थल के आस-पास काफी संख्या में पुरुष जमा हो गए हैं। इन लोगों ने आड़ी तिरछी गाड़ियों को सड़क पर खड़ा कर दिया। इससे जाम लग रहा था।
पुलिस मौके पर पहुंची और उन लोगों से पूछताछ की। जिनका नेतृत्व मो. यामीन निवासी खदरा थाना हसनगंज कर रहे थे। जो थाना ठाकुरगंज से नामजद वांछित अभियुक्त था।
पुलिस ने यामीन और अन्य चार लोगों को हिरासत में लिया है। इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि किसी बच्ची को पुलिस ने नहीं उठाया है।