काराकस । एक ओर भारत और चीन जैसे देश जहां अत्यधिक जनसंख्या के दबाव से जूझ रहे हैं वहीं वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने एक अजीबोगरीब बयान देते हुए अपने मुल्क की महिलाओं से कम से कम छह बच्चे पैदा करने की अपील की है। यही नहीं मादुरो ने जन्म की विभिन्न पद्धतियों का प्रचार करने के लिए टेलीविजन पर प्रसारित कार्यक्रम में शिरकत भी की। उन्होंने (Nicolas Maduro) ने इस कार्यक्रम में कहा कि देश के लिए ईश्वर आपको छह बच्चे पैदा करने का आशीर्वाद दें। जन्म दीजिए, फिर जन्म दीजिए, सभी महिलाओं के छह बच्चे होने चाहिए।
निकोलस मादुरो ने महिलाओं से अपील की कि सभी देश की आबादी को बढ़ाए। दरअसल, वेनेजुएला में हाल के वर्षों में आर्थिक संकट के चलते लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं। इससे देश कई मुश्किलों से जूझ रहा है। यही कारण है कि मादुरो ने वेनेजुएला को मजबूत बनाने के लिए यह अपील की है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति की इस अपील के सामने आते ही उनकी आलोचना भी होने लगी है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों ने मादुरो की आलोचना करते हुए कहा है कि देश पहले ही भोजन, कपड़े और स्वास्थ्य देखभाल के संकट से जूझ रहा है, ऐसे में ऐसी अपील ठीक नहीं है।
युवाओं के अधिकारों की रक्षा करने वाले एक समूह सीईसीओडीएपी (CECODAP) के संस्थापक ऑस्कर मिस्ले (Oscar Misle) ने कहा कि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो (Nicolas Maduro) ने वेनेजुएला (Venezuela) की जनसंख्या को बढ़ाने के लिए महिलाओं को छह बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करना एक गैरजिम्मेदाराना रवैया है। वह भी ऐसे मुल्क के लिए जो बच्चों और युवाओं को उनके जीवन की गारंटी नहीं देता है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था तबाह है। ऐसे में सियासी उठापटक से जूझ रहे इस देश से करीब 45 लाख लोग पलायन कर गए हैं। करीब तीन करोड़ की आबादी वाले देश में 93 लाख लोग दो वक्त का भोजन भी नहीं जुटा पाते हैं।