लखनऊ । नागरिकता संशोधन कानून एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ लखनऊ के घण्टा घर के मैदान मेे 17 जनवरी की दोपहर मात्र 20 महिलाओ द्वारा शुरू किए गए शानतीपूर्ण विरोध प्रदर्शन ने आज अपने 50 दिन पूरे कर लिए। 20 महिलाओ से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन मे महिलाओ की संख्या लगातार बढ़ती रही और कभी कभी तो ऐसा समय भी देखने को मिला जब घण्टा घर के इस विशाल मैदान मे पैर रखने तक की जगह नही बची। विरोध प्रदर्शन के 50वें दिन हुसैनाबाद स्थित घण्टा घर के मैदान के आस-पास पुलिस का बड़ा पहरा देख कर लोगो के मन मे कई सवाल उठने लगे हालाकि अचानक घण्टा घर के आस-पास बढ़ाई गई पुलिस फोर्स का कारण पूछने पर पुलिस के अधिकारी यही कह रहे थे कि सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स बढ़ाई और घटाई जाती रही है। हालाकि शुक्रवार की सुबह सोशल मीडिया पर घण्टा घर के विरोध प्रदर्शन के सम्बन्ध मे एक पोस्टर वायरल हुआ था जिसमे जुमे के बाद घण्टा घर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने की बात कह कर लोंगों से घण्टा घर पहुॅचने का आवाहन किया गया था। जिस समय ये पोस्टर वायरल हुआ था उससे पहले यहंा महिलाओ की संख्या कम थी लेकिन पोस्टर वायरल होने के महज़ कुछ घण्टे के अन्दर ही घण्टा घर का मैदान महिलाओ से खचाखच भर गया। नागरिकता कानून के खिलाफ 50 दिनो से लगातार यहंा विरोध प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं मे आज 50वें दिन गज़ब का जोश देखने को मिला । पोस्टर वायरल होने के बाद शान्ती व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद हो गई । पुलिस के आला अफसर भारी पुलिस बल के साथ घण्टा घर के मैदान मे मुस्तैदी से जुट गए। विरोध प्रदर्शन की एक एक गतिविधि पर नज़र रखने के लिए यहां तैनात किए गए तमाम पुलिस कर्मियो को बार्ड वार्न कैमरो से लैस कर दिया गया पुलिस कर्मियों के सीने पर लगे छोटे कैमरो मे घंण्टा घर पर आने जाने वाले लोगो की एक एक गतिविधि कैद हो रही थी। 17 जनवरी से लगातार यहंा घण्टा घर पर सुरक्षा की बागडोर सम्भाल रहे एसीपी चाौक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने कहा कि यहां सुरक्षा के चााक चाौबन्ध इन्तिज़ाम है उन्होने कहा कि हम किसी भी हालत मे यहां शान्ती व्यवस्था को बिगड़ने नही देंगे ।
शुक्रवार को जिस समय घण्टा घर का मैदान महिलाओ से खचाखच भरा हुआ था उस समय अचानक आसमान भारी बारिश शुरू हुई लेकिन आसमान से बरस रहे पानी मे महिलाए भीगती रही और इन्कलाब ज़िन्दाबाद के नारे लगाती रहीं।
*होर्डिग में पुलिस ने छापी आरोपी के साथ मासूम बच्ची की फोटो*
लखनऊ मे 19 दिसम्बर को हुए हिंसक प्रदर्शन मे फोटूओ के आधार पर तोड़फोड़ आगज़नी मे आरोपी बनाए गए लोगो से नुकसान की भरपाई के लिए घंटा घर के आस-पास पुलिस द्वारा लगाई गई बड़ी बड़ी होर्डिगो मे उन आरोपियो के बड़े बड़े फोटो छापे गए है जिनसे नुकसान की भरपाई पुलिस को करानी है। घण्टा घर के आस-पास लगी होर्डिग पर छपे आरोपियों की फोटुओ मे से एक फोटो पुलिस ने ऐसा छाप दिया जिसे देख कर ये कहना गलत नही होगा कि पुलिस ने इस एक फोटू को या तो जल्दबाज़ी मे छाप दिया या फिर पुलिस ने लापरवाही की हदें पार कर दी। घण्टा घर के पास लगी एक होर्डिग मे मौलाना सैफ नक़वी की फोटो के अलावा वरिष्ठ शिया धर्म गुरू मौलाना डाॅक्टर कल्बे सादिक के पुत्र कल्बे सिब्तैन नूरी की फोटो एक नम्बर पर छापी गई है । कल्बे सिब्तैन नूरी की फोटो के साथ एक मासूम बच्ची की फोटो भी छपी है जबकि पुलिस द्वारा पहले ही ये कहा जा चुका है कि घण्टा घर के मैदान में महिलाए बच्चो को शामिल करके उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रही है । पुलिस द्वारा महिलाओ पर तो बच्चो का भविष्य खराब करने का आरोप लगाया गया लेकिन होर्डिग पर दंगे के एक आरोपी के साथ मासूम बच्ची की फोटो छाप कर क्या पुलिस ने अमानवीयता का परिचय नही दिया है। घण्टा घर के पास आरोपी के साथ छपी मासूम बच्ची की फोटू को देख कर होर्डिग देख रहे लोगो मे ये चर्चा थी कि क्या पुलिस अब आरोपियों के साथ बच्चो की फोटू छाप कर उन्हे भी समाज की नज़र मे आरोपी बनाना चाहती है।
*वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा आरोपी के साथ बच्ची की फोटो नही छापी जा सकती है*
घण्टा घर के आस-पास पुलिस द्वारा लगाई गई उपद्रव के आरोपियो की फोटू युक्त होर्डिग मे कल्बे सिब्तैन नूरी की फोटो के साथ छापी गई बच्ची के फोटो के सम्बन्ध मे वरिष्ठ अधिवक्ता मोहम्मद हैदर का कहना है कि किसी भी बच्चे की फोटो को छापना प्रतिबन्धित है और वो भी पुलिस द्वारा आरोपी बनाए गए किसी अभियुक्त के साथ बच्ची की फोटो छापना तो कतई सही नही है। उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा जिस तरह से उपद्रव के आरोपी बनाए गए लोगो की फोटो को नुकसान की भरपाई कराए जाने के लिए उनके फोटुओ को सार्वजनिक स्थानो पर होर्डिग मे छापा है उस तरह से क्या कभी बड़े बिजली के बकाएदारों या बैंक के किसी बड़े बकाएदार या करोड़ो के किसी घोटाले बाज़ की फोटो छापी गई है। उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा आरोपी के साथ बच्ची की फोटो को सार्वजनिक स्थान पर छापने से उस बच्ची को मानसिक आघात पहुॅच सकता है और समाज मे उस बच्ची की फोटो का गलत मैसेज भी जाएगा।
*न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर पर भड़की महिलाए*
शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे घण्टा घर के मैदान मे जुमे का दिन होने की वजह से महिलाओ की संख्या कम थी तभी एक प्राईवेट न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर वंहा महिलाओ के बीच पहुॅचे और यहंा कम सख्य में बैठी महिलाओ की रिपोर्टर द्वारा गिनती शुरू की गई तो वहंा बैठी महिलाए न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर से भिड़ गई। महिलाओ ने रिपोर्टर से कहा आज जुमे का दिन है इस लिए कुछ महिलाए नमाज़ की तैयारी के लिए अपने अपने घर गई हुई है और आप हमारी 50 दिनो की मेहनत पर पानी फेरते हुए अपने टीवी चैनल पर पूरे देश को लाईव दिखा कर ये साबित करना चाहते है कि लखनऊ के घण्टा घर मे विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ की हिम्मत जवााब दे गई । न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर से बहंस कर रही महिला ने रिपोर्टर से कहा आप तीन घण्टे के बाद आकर उस वक़्त देश को लाईव नही दिखाओगे जब यहंा महिलाओ की सख्या से ये मैदान छोटा पड़ जाएगा। महिला ने कहा इस वक्त महिलाओ की संख्या कम है फिर भी आपको गिनती करने मे काफी वक्त लगेगा लेकिन तीन घण्टे के बाद आईएगा तब आप महिलाओ की गिनती नही कर पाएगे सिर्फ अन्दाज़ा ही लगा पाएंगे कि महिलाओ की संख्या कितनी हो सकती है। लगातार 50 दिनो से शानतीपूर्ण विरोध प्रदर्शन मे शामिल महिलाओ ने रिपोर्टर से कहा कि आप भी इन्सान है आपके घर मे भी महिलाए होगी आप अगर हम महिलाओ का मनोबल बढ़ाने वाली पत्रकारिता नही कर सकते है तो हमारा मनोबल तोड़ने वाली पत्रकारिता भी न कीजिए। जिस तरह से घण्टा घर पर महिलाओ और न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर से बहस हुई उसी तरह से दिल्ली के शाहीन बाग मे भी इसी मुददे को लेकर वहा विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगो से भी रिपोर्टर से बहंस हुई थी।