लखनऊ । शैल्बी हॉस्पिटल अहमदाबाद से समूह की रजत जयंती पर आयोजित पुरातन मरीजों के सम्मेलन एवं वाॅक फाॅर फिट जॉइंट्स जन जागरूकता अभियान के लिए लखनऊ आए, शैल्बी समूह के अंतरराष्ट्रीय बाह्य रोगी विभाग के डायरेक्टर डॉ भरत गज्जर एवं समूह के ही वरिष्ठ जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन और ऑर्थोस्कोपी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉ प्रियांक गुप्ता, डॉक्टर ध्रुव गोयल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन ने संबोधित किया।
डॉ प्रियांक गुप्ता ने बताया कि आज देश में 20 करोड़ से ज्यादा लोग गठिया से पीड़ित हैं और यह प्रसार कई जानी-मानी बीमारियों जैसे कि डायबिटीज एड्स और कैंसर से भी कहीं ज्यादा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार भारत में गठिया का प्रसार करीबन 22 से 39 के बीच है। इसमें से केवल 14% लोग ही डॉक्टर की सलाह के लिए उनके क्लीनिक पर जाते हैं। यह पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा आम है। घुटनों का गठिया महिलाओं में चलने फिरने में होने वाली तकलीफ का मुख्य कारण है।
यह स्थिति एक बड़ी समस्या की छोटी झलक है यानी कि टिप ऑफ आइसबर्ग। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार करीबन 45% महिलाएं जो कि 65 साल से ऊपर है वह इस से पीड़ित हैं और इलाज के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं पर जा रही हैं परंतु करीबन 70% लोगों के एक्सरे में गठिया के बदलाव देखे गए हैं। एक सर्वे के अनुसार समाज के मुहाने पर रहने वाले लोग और शहरी लोग इसके मुख्य शिकार हैं। एक अन्य सर्वे के अनुसार 2025 तक भारत गठिया के मरीजों की राजधानी बन जाएगा, वास्तव में स्थिति बहुत चिंताजनक है। हम महामारी के कगार पर बैठे हुए हैं। बढ़ती उम्र प्रत्याशा, अनियमित जीवन शैली, शारीरिक श्रम का भाव, असंतुलित खानपान और तेजी से बढ़ता मोटापा इसके मुख्य कारकों में से एक है।
शैल्बी हॉस्पिटल के संस्थापकों में से एक और 25 वर्ष से शैल्बी समूह में अंतरराष्ट्रीय बाह्य रोगी विभाग के डायरेक्टर पद पर कार्यरत डॉक्टर गज्जर ने भावुक होते हुए बताया कि जब उन्होंने और शैल्बी समूह के मुख्य संस्थापक डॉक्टर विक्रम शाह ने जब 1994 में अपना 6 बिस्तर वाला पहला हॉस्पिटल अहमदाबाद के मेमनगर में स्थापित किया तब स्थितियां उनके बहुत विपरीत थी लोग जोड़ संबंधी समस्याओं के लिए बहुत जागरूक नहीं थे और घुटनों के गठिया के लिए इलाज के विकल्प केवल दर्द सहने तथा दवा खाने तक सीमित थे। घुटनों के ऑपरेशन भी जटिल और पुरानी तकनीक से होते थे, भारत में ऑपरेशन के लिए संसाधन भी बहुत ही सीमित थे, ऐसी स्थिति में काम करना अपने आप में एक बहुत ही कठिन काम था, पर डॉक्टर शाह की कार्यकुशलता और रोगियों के प्रति उनके प्रेम और समर्पण ने धीरे धीरे अपना असर दिखाना शुरू किया। डॉक्टर शाह ने नी रिप्लेसमेंट यानी घुटनों के प्रत्यारोपण की नई तकनीक का अनुसंधान किया जिसे की आज हम जीरो टेक्निक के नाम से जानते हैं। इसकी वजह से ऑपरेशन में लगने वाला समय आधा हो गया। इस तकनीक से छोटे चीरे से ऑपरेशन संभव हो गया, पहले जिस ऑपरेशन में डेढ़ से 2 घंटे लगते थे वह ऑपरेशन अब वह 25 से 30 मिनट में खत्म हो जाता है, जिसकी वजह से रोगी को ऑपरेशन के 3 से 4 घंटे बाद खड़ा किया जा सकता है चलाया जा सकता है। इस क्रांतिकारी परिवर्तन ने घुटना प्रत्यारोपण के क्षेत्र में शैल्बी हॉस्पिटल को और डॉक्टर विक्रम शाह को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया। आज शैल्बी हॉस्पिटल देशभर में फैले हुए अपने 11 हॉस्पिटल, 2500 रोगी बिस्तरों, 1500 से भी अधिक डॉक्टर्स, 100 से भी अधिक कुशल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन, देशभर में फैले 72 से अधिक जोड़ देखभाल केंद्रों, देश के बाहर अफ्रीका महाद्वीप, खाड़ी देशों, रूसी देशों तथा दक्षेस देशों में अपनी जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञता के साथ रोगियों के सेवा में सदैव तत्पर है। आज शैल्बी समूह अपनी 25वीं वर्षगांठ पर 100000 से भी अधिक जोड़ प्रत्यारोपण करके विश्व कीर्तिमान स्थापित करते हुए जोड़ों की देखभाल के क्षेत्र में एक स्वर्णमान की तरह स्थापित हो चुका है और इस क्षेत्र में निरंतर नये मील का पत्थर स्थापित कर रहा है।
डॉ भरत गज्जर, जोकि डॉक्टर पेशेंट रिलेशनशिप विषय के भी एक्सपर्ट हैं और और कई सारे संगठनों द्वारा आयोजित कार्यशाला में इसके ऊपर व्याख्यान दे चुके हैं हैं, ने बताया कि शैल्बी हॉस्पिटल पिछले 25 वर्ष से गठिया से होने वाली विभिन्न जोड़ों जैसे कि घुटने कूल्हे कंधे कोहनी से संबंधित समस्याओं के रोकथाम इलाज और जन जागरूकता अभियान के क्षेत्र में कार्यरत है। डॉक्टर गज्जर स्वयं दो हजार से ज्यादा निशुल्क जोड़ों के स्वास्थ्य संबंधी जन जागरूकता शिविर विदेशों और देश के विभिन्न जिलो दूरस्थ स्थानों पर लगा चुके हैं, जहां लोगों को नियमित जीवन शैली, उचित खानपान, गठिया रोग के कारक सावधानियां रोकथाम और उपचार के बारे में लोगों को संबोधित कर चुके हैं।
वार्ता में सम्मिलित डॉक्टर ध्रुव गोयल ने बताया समूह के रजत जयंती महोत्सव की कड़ी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर शेल्बी हॉस्पिटल द्वारा राजधानी में महिलाओं एवं लोगों की जन जागरूकता के लिए एक वॉक फॉर फिट जॉइंट्स का आयोजन 8 मार्च 2020 को 1090 वीमेन पावर लाइन चौराहे से सिरोज हैंग आउट तक किया जा रहा है। यह आयोजन सुबह 7:30 बजे से शुरू होकर के 9:00 बजे सिरोज हैंग आउट पर समाप्त होगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उचित जीवन शैली और वाकिंग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यह आयोजन यूपी टूरिज्म डिपार्टमेंट, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, लायंस क्लब इंटरनेशनल, इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट, लखनऊ फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन, डेकाथलान, सिरोज जैसे विभिन्न समाज सेवी संस्थानों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इसके साथ ही समूह द्वारा अपने पुराने मरीजों को धन्यवाद स्वरूप सम्मेलन भोज भी आयोजित किया जा रहा है, जहां समूह के प्रबंध निदेशक डॉक्टर विक्रम शाह भी उपस्थित रहेंगे। भोज का आयोजन 8 मार्च 2020 को 11:00 बजे से होटल क्लार्क अवध हजरतगंज मे निर्धारित किया गया है।
आगे डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि नॉलेज शेयरिंग पॉलिसी के तहत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ एक मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम भी 15 मार्च 2020 को आईएमए हॉल में प्रस्तावित है जिसमें की डॉ भरत गज्जर, प्रियांक गुप्ता, आई एम ए मेंबर्स को घुटने के गठिया के इलाज के बारे में नई तकनीकों से अवगत कराएंगे।
शैल्बी समूह के अंतर्देशीय बाह्य रोगी विभाग के प्रभारी डॉक्टर दिगंत त्रिवेदी ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में चार स्थानों लखनऊ कानपुर आगरा और वाराणसी पर समूह के द्वारा ओपीडी संचालित की जा रही है। राजधानी में समूह की तरफ से डॉक्टर प्रियांक गुप्ता ओपीडी विजिट करते हैं।
प्रेस वार्ता में उपस्थित समूह के ही मार्केटिंग डिपार्टमेंट के उप प्रबंधक अंकुर महेंद्रु ने बताया कि शेल्बी समूह के विभिन्न अस्पतालों में प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के रोगी जोड़ प्रत्यारोपण के लिए आ रहे हैं। इसको देखते हुए समूह का ध्यान इस समय देश के उत्तरी भागों खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार पर केंद्रित है। समूह के द्वारा निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश में लखनऊ और बनारस में अपने केंद्र खोलने का प्रस्ताव है जिसके लिए समान विचार वाले विभिन्न संस्थानों के साथ विचार-विमर्श चल रहा है जिससे कि राजधानी के लोगों को शल्बी हॉस्पिटल की विश्वस्तरीय कुशल जोड़ प्रत्यारोपण सुविधाएं लखनऊ मे ही सुलभ हो सके।
प्रेस वार्ता में वाॅक फॉर फिटनेस कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर वैभव अग्निहोत्री, डॉ अमित मिश्रा ने बतया कि वाक मे लोगो का बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है और यह एक सकरात्मक बद्लाव है । शैल्बी समूह की तरफ से डॉ अरविंद पयासी एवं कमलेश मिश्रा भी उपस्थित रहे।