काबुल । रविवार को काबूल में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मरने वालों में पूर्वी प्रांतीय परिषद का एक सदस्य भी शामिल है, जिसने विद्रोही तालिबान के साथ शाति वार्ता के लिए अमेरिकी प्रयासों के बावजूद हिंसा के बढ़ते जोखिम की ओर संकेत किया था। इस हत्या के तार इसे जोड़ कर देखा जा रहा है।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता फेरदोस फरमराज ने कहा लोगर प्रांतीय परिषद के सदस्य नासर घिरत और उनके दो अंगरक्षक मारे गए और एक अन्य घायल हो गया। हालांकि इस हत्या के लिए किसी भी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। उधर, शुक्रवार को एक शिया नेता अब्दुल अली मजारी की पुण्यतिथि के मौके पर दो बंदूकधारियों द्वारा गोली चलाने के बाद कम से कम 32 नागरिकों की मौत हो गई और लगभग 180 अन्य घायल हो गए। इस हमले का दावा इस्लामिक स्टेट ने किया था।
राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता सेडिक सेडिक़की ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने रविवार को काबुल में समारोह में आतंकवादी हमले के रूप में वर्णित एक जांच के लिए एक प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया। हाल के वर्षों में अफगानिस्तान में बढ़ती हत्याओं और हिंसक अपराधों से देश की आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों की बढ़ती समस्या बन गई है। काबुल में एक टैक्सी चालक 37 वर्षीय नूर अहमद ने रायटर को बताया कि काबुल एक ऐसा शहर बन गया है, जिसमें कोई कानून और व्यवस्था नहीं है। उसने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो करना चाहता है वह कर सकता है और यह बहुत डरावना है।