मुंबई।यस बैंक के सस्थापक राणा कपूर की बेटी रोशनी कपूर के भारत छोड़ने पर रोक लगाई गर्इ् है। उन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर रोका गया। ब्रिटिश एयरवेज से वह लंदन जा रही थीं।
यस बैंक में 44 अरब रुपयों की वित्तीय अनियमितताओं और उसके कामकाज में कुप्रबंधन करने के मामले में ईडी ने 62 वर्षीय राणा कपूर को रविवार तड़के तीन बजे मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने शुक्रवार की रात को राणा कपूर के मुंबई के वर्ली स्थित आवास समुद्र महल पर छापेमारी करके उनसे तीस घंटे पूछताछ की थी।
मुंबई और दिल्ली स्थित आवासों पर भी छापेमारी
ईडी ने शनिवार को भी कपूर की तीनों बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर के मुंबई और दिल्ली स्थित आवासों पर भी छापेमारी की थी। इन सभी पर इस घोटाले के मुनाफे में शामिल होने का आरोप है। ईडी ने राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीनों बेटियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। ईडी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कपूर परिवार की कुछ संपत्तियां लंदन में हैं। इसके दस्तावेज हासिल हो गए हैं। उनके इस अधिग्रहण के स्रोत की जांच चल रही है। कपूर परिवार ने दो हजार करोड़ रुपये के निवेश किए हैं। यह निवेश भी एक दर्जन खोखा कंपनियों के जरिये हासिल किए गए।
44 पेंटिंग की भी जांच, प्रियंका का भी नाम
राणा कपूर परिवार ने 44 पेंटिंग भी खरीदी हैं। आरोप है कि इनमें से कुछ बेशकीमती पेंटिंग कुछ राजनेताओं की हैं। कपूर ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी दो करोड़ रुपये में पेंटिंग खरीदी है। ईडी ने राणा कपूर को एक विशेष अदालत में पेश किया और उन्हें तीन दिन के लिए हिरासत में भेजा गया। ईडी ने अदालत को बताया कि कपूर के परिजनों की चलाई जा रही कुछ कंपनियों की भूमिका स्थापित करने की जरूरत है और इन सभी परिजनों को आरोपित के सामने बैठाकर पूछताछ की जानी है। हालांकि कपूर की पत्नी बिंदू से पूछताछ जारी है।
डूइट अर्बन वेंचर्स के जरिये दलाली
आरोप है कि डूइट अर्बन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने डीएचएफएल से दलाली की रकम हासिल की है। और इस कंपनी को राणा कपूर का परिवार नियंत्रित करता है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी मूलत: राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीन बेटियों के 600 करोड़ रुपये के उस फंड की जांच कर रही है जो डूइट अर्बन वेंचर्स कंपनी को मिला। यह कंपनी घोटाले की शिकार विवादास्पद रियल एस्टेट कंपनी देवन हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) से संबद्ध है।
600 करोड़ रुपये लेने का आरोप
आरोप है कि जब यस बैंक की ओर से डीएचएफएल को 3700 करोड़ रुपये का कर्ज दिया जा रहा था तो कपूर की इसी कंपनी को 600 करोड़ रुपये हासिल हुए थे। ईडी को संदेह है कि डीएचएलएफ से 13 हजार करोड़ रुपये विभिन्न 79 खोखा कंपनियों में डाले गए हैं। इसमें से एक डूइट अर्बन वेंचर्स भी है। ईडी के अधिकारियों के अनुसार डीएचएफएल के प्रमोटरों और अन्य कंपनियों की किसी एक कारपोरेट कंपनी को कर्ज की राशि दिलाने में भूमिका है और इसकी दलाली की रकम राणा कपूर की पत्नी के बैंक खातों में डाली गई है।