नई दिल्ली। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम पहली बार महिला टी 20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। कप्तान के लिए ये फाइनल मैच इस वजह से भी खास थी क्योंकि उनका बर्थडे भी आठ मार्च को ही है, लेकिन वो इसे यादगार नहीं बना पाईं।
हरमनप्रीत कौर दुनिया की पहली ऐसी कप्तान बनीं जिनके जन्मदिन पर आइसीसी टूर्नामेंट का कोई फाइनल मुकाबला खेला गया। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। अगर भारतीय टीम जीत जाती तो हरमनप्रीत कप्तान के तौर पर अपने जन्मदिन वाले दिन कोई आइसीसी ट्रॉफी जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन जातीं, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। दरअसल भारतीय टीम भाग्य के सहारे ही फाइनल में पहुंची थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सामने इस टीम की पोल खुल गई और ना तो बल्लेबाज चले और ना ही गेंदबाज और नतीजा रहा भारत को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
टीम की हार के बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि हमने लीग मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया जो अपने आप में आउटस्टैडिंग था, लेकिन फाइनल मैच में कुछ कैच छोड़ना हमें भारी पड़ गया। इस बार के बाद भी मुझे मेरी टीम पर पूरा भरोसा है और आने वाला एक से डेढ़ साल काफी अहम है। हमें शांत रहने की जरूरत है और जहां कमी है उसे दूर करना हमारा पहला लक्ष्य है। इसके अलावा हमें अपनी फील्डिंग में काफी सुधार की जरूरत है।
हरमनप्रीत कौर ने कहा कि हम खराब फील्डिंग की वजह से मैच जीतने में कामयाब नहीं हो पाए। हमें इन बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है। हमारा भविष्य अच्छा है और हमें खुद पर विश्वास बनाए रखने की जरूरत है। मुजे मेरी टीम पर पूरा भरोसा है। इस टूर्नामेंट में हमारा पहला गेम काफी अच्छा था और इसे हमें काफी आत्मविश्वास मिला था। हमने फाइनल से पहले बीच के आठ दिन एक-दूसरे के साथ अच्छा वक्त बिताया पर दुर्भाग्य से हमें फाइनल में जीत नहीं मिली। हम आगे भी कड़ा अभ्यास जारी रखेंगे। हम सही दिशा में जा रहे हैं और साल दर साल हम प्रगित कर रहे हैं।
भारतीय महिला टीम की कप्तान ने कहा कि हमें बड़े मौकों पर किस तरह से खेलना है इस पर ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि महत्वपूर्ण मैचों पर हम अपना बेस्ट नहीं दे पाते। मुझे यकीन है कि आने वाले साल में हमें ज्यादा अच्छा कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले महिला टी 20 चैलेंज में हमें और अच्छे मैचों में खेलने का मौका मिलेगा। ये हमारे घरेलू क्रिकेट के लिए काफी अहम है और इस सीरीज के जरिए हमें दो अच्छे खिलाड़ी मिले थे। मुझे उम्मीद है कि इस टूर्नामेंट के जरिए हमें कुछ और अच्छे खिलाड़ी मिलेंगे जो टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करेंगी। भारतीय टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा और उप-विजेता के तौर पर संतोष करना पड़ा।