लखनऊ। होली से पहले परिवहन बस सेवा से सफर करने वाले यात्रियों की बस अड्डों पर जहां भीड़ लग रही है। तो वहीं राजधानी के कैसरबाग बस अड्डे पर भी यात्रियों की भीड़ लगी है। जिससे बसें काफी धीमी गति से चल रही हैं। बस को खाली देख गोरखपुर, अयोध्या जाने वाले यात्री बसों में खिड़की और गेट के रास्ते सीटों पर सवार हो गए। बसों में खड़े होने तक की जगह नहीं मिली। यात्रियों ने धक्का-मुक्की कर सीटों पर कब्जा जमाया और घर के लिए रवाना हुए।
कैसरबाग बस अड्डे पर सुबह नौ बजे से ही यात्रियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। दिल्ली, बरेली, हरदोई, बहराइच, गोंडा व बलरामपुर के लिए बसें रवाना हुईं। गोण्डा और बलरामपुर वाली बसों में अधिकांश भीड़ देखने को मिली। यहां से दोपहर तक ही 500 बसों का संचालन हुआ। कई अतिरिक्त बसें भी रवाना हुईं। जिनसे तकरीबन 30 हजार से ज्यादा यात्रियों ने सफर किया। चारबाग से सौ फीसदी उप नगरीय बसें संचालित हुई। यहां से 148 बसें विभिन्न रूटों पर रवाना की गईं। सुलतानपुर, अयोध्या और गोरखपुर के लिए सबसे अधिक बसें यहीं से रवाना हुईं। अयोध्या और गोरखपुर जाने वाले यात्रियों की भीड़ को देखते हुए दस-दस मिनट पर बसे चलीं। अयोध्या रूट पर भी 10-10 मिनट पर बसें रवाना हुईं। अयोध्या जाने वाले यात्री कम नहीं हुए तो गोरखपुर बसों के सहारे उन्हें रवाना किया गया। हर बस में सीट के लिए धक्कामुक्की हुई।
एआरएम काशी प्रसाद के अनुसार यहां पर 79 बसें है जिनमें 27 अनुबंधित है। करीब 20 हजार यात्रियों को यहां से विभिन्न रूटों पर भेजा गया। आलमबाग बस अड्डे से 35 हजार रवाना आलमबाग में दोपहर बाद यात्रियों का आना शुरू हुआ। शाम पांच बजे तक तकरीबन 35 हजार यात्रियों ने सफर किया। यहां से दिल्ली के साथ सैफई, इटावा, आगरा के लिए अतिरिक्त बसें रवाना किया गया। तब जाकर यात्रियों को राहत मिली।
वहीं परिवहन निगम आरएम लखनऊ परिक्षेत्र पल्लव बोस का कहना है कि बस अड्डों पर यात्रियों की भीड़-भाड़ काफी रही। अतिरिक्त बसें लगाई गईं। जिनसे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने का काम चल रहा है। 15 मार्च तक अतिरिक्त बसों का संचालन होगा