उन्नाव। दुष्कर्म के बाद 9 साल की बच्ची की हत्या मामले में एसपी विक्रांत वीर ने पाटन चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया है। साथ ही बिहार थाना प्रभारी पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। वारदात के दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी खाली हाथ है। इससे नाराज परिवार ने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। प्रशासन ने आरोपियों पर जल्द कठोर कार्रवाई व परिवार को 10 लाख रुपए की सहायता दिलाए जाने का आश्वासन देकर परिवार को अंतिम संस्कार के लिए राजी किया है। पांच लाख रुपए तत्काल व शेष राशि चार्जशीट दाखिल होने के बाद दी जाएगी।
पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था ज्योति नारायण ने कहा कि, एफआईआर दर्ज है। जांच की जा रही है। वहीं, एडीजी जोन एसएन साबत ने परिवार वालों से मुलाकात की है। उन्होंने कहा- सभी ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। परिवार ने जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, हम उसी दिशा में काम कर रहे हैं।
यह था मामला
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में बीते मंगलवार को दुष्कर्म के बाद नौ साल की मासूम की गई हत्या कर दी गई थी। गांव में हो रहे फाग देखने के लिए घर से निकली बच्ची को दरिंदे उठाकर खेतों में ले गए। करीब डेढ़ घंटे बाद बच्ची को मरणासन्न हालत में देखा गया। परिवार वालों के साथ ग्रामीण उसे सीएचसी लेकर गए। हालत नाजुक होने पर उसको जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के डाक्टरों ने भी नाजुक हालत देख कानपुर के हैटल रेफर कर दिया, जहां उपचार के बाद बच्ची की मौत हो गई थी।
सीएम ने सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए मृतक बालिका के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। कहा था कि, राज्य सरकार पीड़ित परिवार की पूरी मदद करेगी। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जनपद उन्नाव के इस प्रकरण के विवेचना कार्य की समीक्षा व मौके पर जाकर विवेचना कार्रवाई का अनुश्रवण करने के निर्देश दिए हैं।