महाराष्ट्र में शिवसेना को तगड़ा झटका लगा है। कल्याण (पूर्वी) विधानसभा सीट से पार्टी के 26 पार्षद और लगभग 300 कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा भेज दिया है। यह सभी विधानसभा चुनाव के लिए हुए सीटों के वितरण से नाखुश हैं। जानकारी के अनुसार इन सभी ने पार्टी के बागी उम्मीदवार धनंजय बोडारे के समर्थन में इस्तीफा दिया है।स्थानीय शिवसेना नेता इस बात से नाराज हैं कि पार्टी ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी गणपत गायकवाड़ का समर्थन करने के लिए कहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार शिवसेना के नेता कल्याण (पूर्वी) सीट पर पार्टी के किसी उम्मीदवार को चाहते थे लेकिन भाजपा के साथ सीट बंटवारे में यह सीट भाजपा के पक्ष में चली गई।
जिसके बाद स्थानीय नेताओं ने फैसला लिया कि वह बोडारे का समर्थन करेंगे। हालांकि, स्थानीय नेताओं के बीच जारी नाराजगी को लेकर शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को एक बैठक बुलाई और पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करने को कहा। स्थानीय शिवसेना नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिले आदेश के बाद सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया।
शिवसेना के कल्याण (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख प्रशांत काले ने कहा, ‘हमने गायकवाड़ की बजाए बोराडे की मदद करने का फैसला लिया है। पिछले 10 सालों में विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कुछ भी नहीं किया है। हमने पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद इस्तीफा देने का फैसला लिया।’
उधर भाजपा ने भी पार्टी से बगावत करने वाले चार नेताओं को निष्कासित कर दिया है। बता दें कि इन सभी नेताओं ने उस सीट से अंतिम समय तक अपने नामांकन वापस नहीं लिए जहां पहले से ही भाजपा या उसके सहयोगियों के अधिकृत उम्मीदवार हैं। भाजपा ने चरण वाघमारे (तुमसर), गीता जैन (मीरा भयंदर), बालासाहेब ओव्हाल (पिंपरी-चिंचवड) और दिलीप देशमुख (सुमेरपुर) को निष्कासित कर दिया है।