वाशिंगटन। अमेरिका ने गुरुवार को इराक में ईरान समर्थित विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में शिया विद्रोहियों के पांच हथियार भंडारों को निशाना बनाया गया। आशंका जताई गई है कि इन्हीं विद्रोहियों ने एक दिन पहले इराक की राजधानी बगदाद के पास स्थित एक सैन्य ठिकाने पर 18 रॉकेट दागे थे। इसमें दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई थी और 12 अन्य घायल हो गए थे।
अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां बताया कि इराक में अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने पांच स्थानों और मुख्य रूप से कताइब हिजबुल्ला के हथियार ठिकानों को निशाना बनाया। ज्यादातर हमले बगदाद के आसपास के इलाकों में किए गए। अधिकारियों ने इन हमलों में करीब 50 विद्रोहियों के मारे जाने का अंदेशा जताया है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा कि हथियार भंडारण के पांच ठिकानों को निशाना बनाकर विद्रोहियों की हमले करने की क्षमता को तबाह कर दिया गया। इन ठिकानों पर रखे गए हथियारों का इस्तेमाल अमेरिका और गठबंधन बलों के खिलाफ किया जाता था। रॉकेट हमले के बाद रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा था, ‘अमेरिका अपने लोगों, हितों और सहयोगियों के खिलाफ किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। इराक और क्षेत्र में तैनात अपने बलों की रक्षा के लिए हम जरूरी कार्रवाई करेंगे।’