आज़मगढ़।आजमगढ़ जिले में कोरोना संदिग्ध महिला की मौत के बाद विभाग ने उसका पोस्टमार्टम भी करा दिया। दूसरे दिन इसकी जानकारी पर महकमे में हड़कंप मचा तो पोस्टमार्टम में प्रयुक्त औजारों व कपड़ों आदि को जलवा दिया गया। हालांकि महकमा इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहा है और अब तो महिला को स्वाइन फ्लू से पीड़ित बताया जा रहा है।
उधर, स्वास्थ्य विभाग ने मृतका का पीएम करने वाले डॉक्टर को भी जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया है। डॉक्टर का सेंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, पीएम करने वाले एक अन्य व्यक्ति को वैसे ही छोड़ दिया गया है।
आजमगढ़ जिले के जहानागंज ब्लॉक के एक गांव की महिला जिसकी शादी एक साल पहले हुई थी। उसका पति दिल्ली में रहता था। सात मार्च को वह घर लौटा। 10 मार्च को पति ने उस वक्त मायके में रह रही पत्नी से फोन पर बात की तो वह खांस रही थी। पूछने पर बताया कि खराश हो गई है। 13 मार्च को वह ससुराल आ गई। रात में सांस लेने में परेशानी हुई तो उसे जिला मुख्यालय स्थित प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया गया। फिर बीएचयू ले जाया गया।
यहां से दवा लेकर वह घर आ गई। फिर से तबीयत खराब होने पर बीएचयू गई तो बेड नहीं मिला। इस पर दो-तीन प्राइवेट अस्पतालों में दिखाया गया। 18 मार्च को परिजन उसे लेकर लखनऊ स्थित सहारा अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे संदिग्ध एच1एन1 और कोरोना की संभावना जताते हुए केजीएमसी रेफर कर दिया। इस पर परिजनों ने कोरोना से संबंधित हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया।
फोन उठाने वाले ने मरीज के रहने के स्थान के बारे में पूछा तो परिजनों ने गांव का पता बता दिया। इस पर हेल्प लाइन नंबर से बताया गया कि गांव की रहने वाली है तो उसे कोरोना नहीं हो सकता है। इसके बाद परिजन घर चले आए। 19 मार्च सुबह चक्रपानपुर मेडिकल कॉलेज ले गए तो डॉक्टर ने फिर से केजीएमसी रेफर किया।
परिजन उसे केजीएमसी ले गए पर बेड नहीं मिलने पर पीजीआई ले गए, वहां डॉक्टर को दिखाने के पहले ही महिला की मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव लेकर घर चले आए। घर आने पर मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर कुछ आरोप लगा दिया तो मामला थाने पर पहुंच गया और समझौते के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
शुक्रवार की शाम शव का पोस्टमार्टम भी हो गया। पोस्टमार्टम के बाद मृतका के संदिग्ध पीड़ित होने की बात सामने आई तो स्वास्थ्य महकमे के होश उड़ गए। उधर, पोस्टमार्टम करने वाले कर्मचारियों को पोस्टमार्टम में प्रयुक्त सारी चीजें निर्देश देकर जलवा दी गई। मुख्य रूप से पीएम करने वाले व्यक्ति ने बताया कि सीएमओ व फार्मासिस्ट के निर्देश महिला के पीएम में प्रयुक्त सामानों को नष्ट करा दिया गया है।
डिप्टी सीएमओ डॉ. एके सिंह ने बताया कि महिला काफी दिनों से बीमार थी, उसमें एच1एन1 के लक्षण पाए गए हैं। जहां तक कोरोना की बात है तो यह जांच का विषय है। परिवार को क्वारंटाइन करा दिया गया है। घर पर ही रहने की हिदायत दी गई है। उसके इलाज की रिपोर्ट परिजनों से मांगी गई है। इसके आधार पर ही कुछ स्पष्ट किया जा सकेगा।