लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्य की अपील का ऐसा असर हुआ है कि लखनऊ में एक दिन पहले ही कर्फ्य जैसे हालात दिखे। इतना ही नहीं शहर के कई इलाकों में लोगों ने शाम को अपने घरों व बिल्डिंगों की बालकनी से बाहर निकलकर 5 मिनट तक ताली भी बजाई। लखनऊ के जानकीपुरम और ओमेक्स हाइट्स विभूतिखण्ड गोमतीनगर इलाके में 5 बजे से लोगों ने 5ः05 मिनट तक तालियां बजाई।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार की रात राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना महामारी को रोकने के लिए जनसहयोग की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि 22 मार्च (रविवार) को लोग अपने घरों से न निकलें। यह जनता के लिए जनता द्वारा जनता कर्फ्यू होगा। लोगों से अपील की थी कि 22 मार्च को सुबह 7ः00 बजे से रात 9ः00 बजे तक अपने घरों में रहें। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर कोई भी बाहर न निकले। यात्राओं से परहेज करें। सार्वजनिक स्थलों पर ना जाएं। भीड़भाड़ से दूर रहें। प्रधानमंत्री की इस अपील के बाद सोशल मीडिया पर जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए जनता टूट पड़ी है।
जनता कर्फ्यू को जनता का भरपूर समर्थन
जनता कर्फ्यू को जनता का भरपूर समर्थन भी मिल रहा है। जनता की ओर से तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर संदेश जारी कर लोगों से अपील की जा रही है कि वह इसे सफल बनाएं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि डॉक्टर, मीडिया और होम डिलीवरी करने वाले कर्मियों के लिए रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन शाम पांच बजे अपने बालकनी में निकलकर ताली या थाली बजाकर ऐसे लोगों का धन्यवाद करें। पीएम ने कहा कि रविवार का जनता कर्फ्यू यह तय करेगा कि हम कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कितना और किस स्तर पर तैयार हैं