नई दिल्ली. भारत में कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। देश में कोरोनावायरस के अब तक 296 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसकी वजह से लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है। साथ ही कई ट्रेने रद्द कर दी गई हैं। यही वजह है कि लोग काफी संख्या में टिकट रिफंड कराने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं। इसके मद्देनजर, रेलवे यात्रियों की सुविधा तथा स्टेशन पर भीड़ कम करने के लिए पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) काउंटर से जारी टिकट पर रिफंड लेने के नियमों में छूट दी है। रिफंड का नियम 21 मार्च से 15 अप्रैल 2020 की यात्रा अवधि पर लागू होगा। बता दें कि ई-टिकट पर रिफंड के नियम तो पूर्ववत रहेंगे क्योंकि रिफंड ऑनलाइन हो जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है। इसके चलते शनिवार की रात 12 बजे से रविवार की रात 10 बजे तक कोई भी पैसेंजर ट्रेनें नहीं चलेगी। मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी सुबह 4 बजे रोक दी जाएंगी। गैर जरूरी यात्रा टालने के लिए रेलवे पहले ही 245 यात्री गाड़ियां रद्द कर चुका है। मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) की ओर से बताया गया कि संक्रमण रोकने के लिए उसके द्वारा संचालित फूड प्लाजा, जन आहार केंद्र और सेल किचन भी बंद करने का फैसला किया गया है।