लखनऊ। चारों तरफ खामोशी और सन्नाटा है। जिन सड़कों पर दिन रात गाड़ियों की हुर्र- घुर्र और टीट-पों से गूंजती रहती थीं, वहां आज शांति है। शहर के बाजार बीरान हैं, बड़ी बड़ी रिहायशी बिल्डिंग बुत के मानिंद लग रहीं हैं। बीच बीच में पुलिस, अम्बुलेंस व एक्का-दुक्का गाड़ियों की आवाज इस सन्नाटे को चीरती हुई गुजर रहीं हैं। हजरतगंज चौराहे पर जहां हर रोज जाम जैसी स्थिति रहती है, वहां भी सन्नाटा है। आप चाहे जहां से कट मारकर घुस सकते हैं। चाहें तो अटल चौक गंज चैराहे पर गोल-गोल चक्कर भी लगा सकते हैं। महानगर और अमीनाबाद बाजार में मुश्किल से लोग दिख रहे हैं। आज यह नजारा लखनऊ ही नहीं देश के सभी प्रमख शहरों और महानगरों में एक जैसा है।
आज (22 मार्च) को जनता ने खुद से खुद पर कर्फ्यू लगा रखा है। जिसकी अपील प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। यह शांति दुनिया भर में महामारी बन चुके कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई का शंखनाद है। क्योंकि इससे निपटने का सबसे कारगर तरीका इसके प्रसार को रोकना ही है।
मानव जाति पर आया यह संकट इतना बड़ा है कि अमेरिका और दुनिया के कई बड़े देशों ने भी हाथ खड़े कर दिए है। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है । पूरी दुनिया में अब तक 11000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि करीब 3 लाख लोग संक्रमित है। दहशत ऐसी है कि इटली, चीन, अमेरिका, जापान, ईरान और स्पेन जैसे देशों में लोग घरों में कैद हैं। पूरी दुनिया लॉक डाउन के दौर से गुजर रही है।
चारों दिशाओं में खौफ का आलम है। चीन और इटली में तो पूरा देश मरघट में तब्दील हो चुका है। जिसकी सिर्फ कल्पना करने के लिए ही काठ का कलेजा चाहिए। जिसे देखने के लिए बेहिसाब हिम्मत की जरूरत है। जिसकी सिर्फ सच्चाई जानने के लिए पत्थर सरीखा जिगर चाहिए। जिसे देखने के लिए बेहिसाब हिम्मत की जरूरत है। तबाही का ये वो तस्वीर है। जिसे सिर्फ समझने के लिए अन्त हीन धैर्य चाहिए। लोग हर साँस के साथ एक अनजाने खौफ को निगल रहे हैं। हर बीमार को संदेह की नजर से देखा जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीज लोगों को यमराज सरीखा लग रहा है। चीन से निकले इस वायरस ने पूरे विश्व में बदहवासी का आलम पैदा कर दिया है ।
भारत में भी बढ़ रहा प्रकोप
भारत में देश की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है । अब तक 283 मरीज सामने आ चुके हैं, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग मर चुके हैं। up में अब तक 27 मरीज सामने आ चुके हैं। राहत की बात यह है की भारत में लोग ठीक भी हो रहे हैं । कोरोना के कहर से कराह रहे देश मैं मंदी की स्थिति हो चुकी है । दुकानें, मंदिर, मस्जिद, स्कूल कॉलेज, दफ्तर, फैक्ट्रियां खाली पड़ी है। लोग आज खुद के देश में बंदी बने हुए हैं। अपने घर से बाहर भी निकलने में भी महफूज नहीं महसूस कर रहे हैं।
शाम को बालकनी से बजाएं ताली-थाली
राष्ट्र के नायक ने इस मौत के खौफ से लड़ने के लिए तैयार रहने की अपील की है। इस कोरोना वायरस के साथ जहरीले फन से देश को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की थी । साथ यह भी कहा था कि शाम 5 बजे अपने खिड़की-दरवाजों पर खड़े होकर डॉक्टरों, पुलिस वालों, मीडिया कर्मियों, सफाई कर्मियों, होम डिलीवरी करने वालों का 5 मिनट तक आभार व्यक्त करेंगे। इसके लिए ताली, थाली या घंटी बजा सकते हैं। यह ‘जनता कर्फ्यू’ रविवार सुबह 7 से रात के 9 बजे तक चलेगा। राज्य सरकारों से कहा है कि शाम 5 बजे सायरन के जरिए लोगों को इसकी सूचना भी दी जाए।