नेपाल ने अपने यहां सोमवार (23 मार्च) को कोरोना वायरस के दूसरे मामले की पुष्टि की जो कतर के रास्ते फ्रांस से लौटी 19 वर्षीय एक छात्रा से जुड़ा है। स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मामलों के मंत्री भानुभक्त ढाला ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि छात्रा को काठमांडू स्थित सुक्रराज ट्रॉपिकल एंड इन्फेक्शस डिसीज हॉस्पिटल में एकांत में रखा गया है। उन्होंने बताया कि छात्रा 17 मार्च को कतर के रास्ते फ्रांस से लौटी थी। उसके परिजनों को भी अलग-थलग रखा जाएगा।
वहीं, नेपाल ने कोरोना वायरस के चलते भारत और चीन से लगती अपनी सीमाएं सोमवार से एक सप्ताह के लिए बंद कर दी हैं। देश के वित्त मंत्री युवराज खाटीवाडा ने रविवार (22 मार्च) रात संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इन देशों (भारत और चीन) से सामान की आपूर्ति रोजाना की तरह होती रहेगी। उन्होंने बताया कि सीमा पार लोगों के आवागमन पर 29 मार्च की मध्यरात्रि तक रोक लगा दी गई है।
खाटीवाडा ने कहा, ”सरकार ने दक्षिणी और उत्तरी दोनों सीमाओं को सील करने का फैसला किया है क्योंकि समूचे दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया कोरोना वायरस की महामारी से प्रभावित हैं। लोगों के सीमा पार आवागमन से नेपाल में बीमारी फैलने का बड़ा जोखिम है।” अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के गृह मंत्री राम बहादुर थापा ने सीमा बंद करने के मुद्दे पर रविवार (22 मार्च) को भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा से चर्चा की। दोनों पक्ष कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सहयोग करने पर सहमत हो गए।
वहीं, कोरोना वायरस महामारी के चलते इटली को पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है, लेकिन फिर भी यहां कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है। सिविल प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट के नवीनतम जारी आंकड़ों के अनुसार, इटली में रविवार तक कोरोनावायरस संक्रमण के 59,138 मामलों की पुष्टि हुई और इस वैश्विक महामारी के चलते यहां 5,746 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
समाचार एजेंसी ने सिविल प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट के प्रमुख एंजेलो बोरेल्ली के हवाले से कहा कि उत्तरी इटली में 21 फरवरी को पहली बार महामारी फैलने के बाद से वर्तमान में अभी तक 46,638 लोग संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि कोविड-19 संक्रमण के चलते 5,746 मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमित 23,789 लोग अपने घरों में आइसोलेशन में हैं। 19,846 लोग अस्पताल में, जबकि 3,009 लोग आईसीयू में भर्ती हैं।