साओ पाउलो। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए तमाम देश जहां लॉकडाउन कर रहे हैं वहीं ब्राजील के राष्ट्रपति जेर बोलसोनारो (Jair Bolsonaro) का रुख इसके बिल्कुल उलट है। बोलसोनारो ने वायरस के डर को खारिज करते हुए आम लोगों से काम पर लौटने का आग्रह किया है। पिछले चौबीस घंटों में ब्राजील में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। संक्रमण के मामलों की संख्या 2,200 से ज्यादा हो गई है।
देश के सबसे बड़े शहर साओ पाउलो में संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने के बाद मंगलवार से साओ पाउलो में दो सप्ताह का लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति बोलसोनारो ने शहर के मेयर और स्टेट गवर्नर से लॉकडाउन वापस लेने का आग्रह किया।
बोलसोनारो ने कहा, हमें हर हाल में पहली जैसी स्थिति में लौटना चाहिए क्योंकि लॉकडाउन के चलते रियो डि जेनेरियो और साओ पाउलो में जिंदगी थम सी गई है। इटली जैसी भयानक स्थिति ब्राजील की नहीं हो सकती क्योंकि ना केवल हमारे देश की जलवायु गर्म है बल्कि बड़ी संख्या में यहां की जनसंख्या युवा है। अगर आप मेरी बात करें तो मैं एथलीट रहा हूं। अगर मैं संक्रमित भी हो जाता हूं तो मुझे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हो सकता है कि यह छोटा-मोटा कोई फ्लू हो।
अब संक्रमण के प्रति उदासीन रवैये के चलते देश में बोलसोनारो की काफी आलोचना हो रही है। मंगलवार रात उनके संबोधन के दौरान साओ पाउलो और ब्राजीलिया में लोगों ने बर्तन बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization यानी WHO) के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 372,757 हो गई है जबकि 16,231 लोगों की मौत हो गई है। यही नहीं इस पर नियंत्रण के लिए दुनिया के कुछ देशों ने लॉकडाउन की घोषणा भी की है।