चीन ने कोरोना के इलाज के लिए एक ऐसी दवा का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है जो जंगली जानवरों के अंगों से बनी है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए कुछ उपचार के बारे में बताया है, इसमें एक ऐसी दवा का जिक्र किया गया है जिसमें जंगली भालू के बाइल (गॉल ब्लैडर के अंदर पाया जाने वाला तरल पाचक पदार्थ), बकरी के सींग और तीन प्रकार के पौधों का इस्तेमाल किया गया है।
चीन के इस सुझाव के तुरंत बाद ही पशु कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया, उन्होंने इसे बेहद निराशाजनक और दुखद बताया।
वैज्ञानकों की मानें तो कोरोना वायरस चमगादड़, सांप, पैंगोलिन या किसी अन्य जानवर से उत्पन्न हुआ है। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी जनवरी में कहा कि कोरोनो वायरस वुहान के एक बाजार से जानवरों से निकलकर इंसानों के अंदर आया था।
तीन महीने पहले फैले इस वायरस ने अब वैश्विक महामारी का रूप ले लिया है जिसकी वजह से अब तक 23000 से अधिक लोगों की जान गई है और पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।