कश्मीर में लगी संचार पाबंदी में ढील देते हुए 68 दिनों बाद शनिवार को पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवा शुरू की जा सकती है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पांच अगस्त से संचार सेवा पर पाबंदी लगा दी गई थी। घाटी में पर्यटकों के आने पर लगी रोक हटने के एक दिन बाद यह फैसला किया गया है। पर्यटन से जुड़े संगठनों ने प्रशासन से अनुरोध किया था कि मोबाइल फोन काम नहीं करेंगे तो कोई भी पर्यटक घाटी नहीं आना चाहेगा। पिछले दिनों घाटी में सभी लैंडलाइन फोन सेवा तथा कुपवाड़ा व हंदवाड़ा में मोबाइल सेवा बहाल की गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि शुरू में पोस्टपेड और बाद में प्रीपेड सेवा शुरू की जाएगी। पोस्ट पेड मोबाइल सेवा के लिए उपभोक्ताओं को सत्यापन कराना होगा। घाटी में इंटरनेट सेवाओं के लिए उपभोक्ताओं को अभी कुछ और इंतजार करना होगा। घाटी में 66 लाख मोबाइल उपभोक्ता हैं जिनमें से तकरीबन 40 लाख के पास पोस्ट पेड सुविधा है।
लैंडलाइन सेवा आंशिक तौर पर 17 अगस्त को बहाल की गई थी और चार सितंबर तक करीब सभी 50 हजार लैंडलाइनों को बहाल कर दिया गया था। जम्मू में संचार सुविधा कुछ दिन के भीतर ही बहाल कर दी गई थी। मोबाइल इंटरनेट सेवा भी मध्य अगस्त में चालू कर दी गई थी, लेकिन दुरुपयोग के बाद इंटरनेट सेवा 18 अगस्त को रोक दी गई थी।जुमे की नमाज पर अतिरिक्त बलों की तैनाती
इस बीच शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर श्रीनगर सहित सभी संवेदनशील क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई थी। हालांकि, कहीं भी पाबंदियां नहीं थीं। मुख्य बाजार और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान सुबह 11 बजे तक खुले। टीआरसी चौक -लाल चौक मार्ग पर रेहड़ी फड़ी वाले काफी संख्या में दिखे। निजी वाहन काफी संख्या में सड़कों पर दिखे। डल गेट इलाके में काफी संख्या में लोग खरीदारी करते नजर आए।