अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर कोरोनो वायरस संकट को लेकर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगाया है। ट्रंप का दावा है कि वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी के इस रवैये को लेकर कई लोग नाराज हैं और महसूस कर रहे हैं कि ”यह बिल्कुल ठीक नहीं है।”
राष्ट्रपति ट्रंप रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रूबियो के इन आरोपों पर पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे कि विश्व स्वास्थ्य संगठन का रवैया चीन का पक्ष लेने वाला रहा है। कांग्रेस सदस्य माइकल मैक्कॉल ने डब्ल्यूएचओ के निदेशक टेड्रॅस गेब्रेयेसस की निष्ठा पर सवाल उठाते हुए कहा कि चीन के साथ उनके संबंधों को लेकर अतीत में भी बातें उठी हैं।
मैक्कॉल कांग्रेस की फॉरेन रिलेशन्स कमेटी के रैंकिंग सदस्य हैं। ट्रंप ने बुधवार (25 मार्च) को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा ”इसने (डब्ल्यूएचओ ने) पूरी, पूरी तरह चीन का पक्ष लिया है। बड़ी संख्या में लोग इससे खुश नहीं हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा गया था कि क्या वह इस बात से सहमत हैं कि डब्ल्यूएचओ का रवैया पक्षपातपूर्ण रहा है और विवाद थमने के बाद अमेरिका को स्वास्थ्य एजेंसी के साथ अपने रिश्तों पर पुन:विचार करना चाहिए।
ट्रंप ने जवाब दिया ”निश्चित रूप से यह बात चल रही है कि यह सही नहीं है। मेरे विचार से कई लोग इस बारे में बात कर रहे हैं।” कांग्रेस के ग्रेग स्टीव ने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान डब्ल्यूएचओ चीन के मुखपत्र की भूमिका में है।
उन्होंने मांग की कि इस महामारी के नियंत्रण में आने के बाद डब्ल्यूएचओ और चीन दोनों को ही इसके नतीजों का सामना करना चाहिए। गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दृढ़ता को लेकर चीनी नेतृत्व की तारीफ करने के बाद डब्ल्यूएचओ के निदेशक गेब्रेयेसस आलोचना का सामना कर रहे हैं।