लखनऊ. कोरोनावायरस के चलते देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन का शनिवार को चौथा दिन है। वायरस के खतरे के कारण रोजगार गवां चुके लाखों मजदूरों को अब खाने की चिंता सता रही है। महानगरों को छोड़कर वे पैदल ही अपने गांव की ओर चल दिए हैं। न खाने की व्यवस्था, न रात गुजारने का ठिकाना। एक अनजाने भय के साये में सब अपने गांवों की ओर चलते चले जा रहे हैं। कई जगहों पर सब्जी मंडियों से लेकर किराने की दुकानों पर काफी भीड़ देखने को मिली। इसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस लगाई गई है।
कई श्रमिक 3 दिन से पैदल चलकर शुक्रवार रात आगरा पहुंचे। इनमें से कुछ कानपुर के रहने वाले हैं। सभी श्रमिक आगरा पहुंचे। बताया कि पैदल घर जा रहे हैं, तकलीफ तो हो रही है, लेकिन रास्ते में खाने-पीने की व्यवस्था हो गई।
देश में कोरोना के मरीजों की संख्या में रोज इजाफा हो रहा है। लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद हैं। मजदूर घर जाने के लिए हजारों किमी का सफर पैदल तय कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार देर रात झांसी में देखने को मिला। यहां तकरीबन 35 मजदूर पैदल चले जा रहे थे। उन्हें बुंदेलखंड के अलग-अलग जनपदों तक पहुंचना है।
कोरोनावायरस को देखते हुए डीएम कौशलराज ने मंडियों में फुटकर व्यपारियों के जाने पर रोक लगा दी है। लाॅकडाउन के बावजूद कुछ मंडियों में लोकल लोगो की भारी भीड़ उमड़ी। इन दिनों बाजारों-मंडियों में नींबू सबसे महंगा बिक रहा है। चंदुआ सट्टी में 4 रुपए, वहीं ठेले वाले मोहल्लों-कालोनियों में 8 से 10 रुपए का एक नींबू बेच रहे है। मंडी विक्रेता बता रहे है कि नींबू में विटामिन सी और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, इसलिए ज्यादा मांग है।
चौरी चौरा में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी लोग अपने अपने घरों में स्वेच्छा रह रहे हैं। वही दूसरी तरफ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए डिप्टी कलेक्टर के नेतृत्व में लोगों तक सभी सुविधाओं को घर तक पहुचाने के लिए सभी गांवों में 6 से ज्यादा टीमों को लगाया गया है। इसमें सरकारी विभाग के अलावा दो-दो वॉलंटियर्स भी बनाए गए है। इस बीच पुलिसकर्मी जानवरों का ख्याल रखते भी नजर आए। पुलिसकर्मियों ने कुत्तों को भी खाना खिलाया, ताकि इस महामारी में उनका भी पेट भर सके।
बुलंदशहर में पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है- सीमाओं को सील करने के बाद वहां से सिर्फ बीमार और बहुत ही जरूरत के लिए लोगों को जांच पड़ताल के बाद ही निकलने दिया जा रहा है। जो नियमों का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि दनकौर में हरियाणा की सीमा से सटे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) पर जाने वाले रास्ते को अट्टा फतेहपुर, अट्टा गुजरान और मकनपुर बांगर गांव के पास बैरिकेड लगाकर सील कर दिया है।
लॉकडाउन का फायदा उठाने वालों के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राशन और सब्जियों के निर्धारित मूल्य से अधिक कई गुना दामों पर बेचने वाले दुकानदारों पर केस दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे 18 मुनाफाखोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कालाबाजारी को रोकने के लिए पुलिस सिविल ड्रेस में ग्राहक बनकर राशन खरीदने जा रही है। ज्यादा कीमत पर खाद्य सामग्री बेचने वालों को दबोचा जा रहा है।