लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले तीन दिनों में दूसरे राज्यों से यहां पहुंचे करीब एक लाख लोगों को निगरानी में रखने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों के दौरान एक लाख लोग दूसरे राज्यों से आए हैं। उनके नाम, पते और फोन नंबर की सूची संबंधित जिलाधिकारियों को भेजी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने आवास पर हुई बैठक में अधिकारियों को ये निर्देश दिए। उन्होंने इन लोगों को पृथक रखने के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने को कहा है। उनके भोजन तथा रोजमर्रा की जरूरतों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि कोई व्यक्ति भूखा न रहे। भोजन और राशन के इन्तजाम इसीलिए किए जा रहे हैं। उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए नोएडा और गाजियाबाद के प्रशासन को इलाज की व्यवस्था और सुधारने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान राज्य में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति शृंखला को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुनाफाखोरी रोकने के लिए आवश्यक वस्तुओं की रेट लिस्ट जारी कर इसे दुकानों पर प्रदर्शित कराया जाए। प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन जैसी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पास जारी किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में गठित कमेटी को निर्देश दिये कि कोरोना वायरस कोविड-19 से बचाव व उपचार से सम्बन्धित सामानों की आवश्यकतानुसार खरीद कर ली जाए। राजकीय कर्मियों व पेंशनरों को उनके वेतन और पेंशन का भुगतान कराया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि पिछले चार दिनों में 26 हजार 298 होम डिलिवरी करने के साधन उपलब्ध कराए गए। प्रदेश की 8 हजार 833 दुकानों व मॉल से सामान घरों में पहुंचाया जा रहा है। 8 हजार 552 दुग्ध वाहन घर-घर दूध पंहुचा रहे हैं । प्रदेश में 527 कम्युनिटी किचन चालू किये गए हैं, जहाँ फूड पैकेट बनाकर गरीबों और असहायों को वितरित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया प्रदेश में 3 करोड़ 23 लाख 94 हज़ार राशन कार्ड धारक हैं। इनमें से 1 करोड़ 94 लाख 44 हज़ार राशन कार्ड धारकों को खाद्यान्न वितरित किया गया है। 70 लाख अन्त्योदय कार्ड धारकों को भी राशन कार्ड दिया गया है।