सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश के साथ बादल छाए रहे। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार मंगलवार और बुधवार को जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इस दौरान कुछ इलाकों में 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
रामबन के डलवास, मंकी मोड़, बैटरी चश्मा में कई जगह पहाड़ से भूस्खलन हुआ है। विभिन्न क्षेत्रों में पहाड़ों से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिससे हाईवे से मलबा हटाने में दिक्कतें आ रही हैं। हाईवे बंद होने से कश्मीर के लिए आवश्यक वस्तुएं लेकर जा रहे वाहन रास्ते में रुके हुए हैं।
ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में शाम को हल्की बारिश शुरू हुई थी। यहां दिन का तापमान सामान्य से 2.3 डिग्री गिरकर 15.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जम्मू में धूप के साथ दिनभर हल्के बादल छाए रहे। यहां दिन का तापमान सामान्य से 3.2 डिग्री गिरकर 25.7 और न्यूनतम 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भद्रवाह न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। बनिहाल में न्यूनतम तापमान 6.2, बटोत में 8.1 और कटड़ा में 12.2 डिग्री सेल्सियस रहा। लेह न्यूनतम तापमान माइनस 4.3 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
भूस्खलन से डलवास में 40 घरों को नुकसान
जेकेपीसीसी के पूर्व विधायक अशोक कुमार ने कहा कि नाशरी टनल के पास डलवास क्षेत्र (रामबन) में 40 घरों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रभावितों को भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए घरों का शीघ्र मुआवजा देने के साथ उनके पुनर्वास के लिए उचित कदम उठाए जाएं। प्रभावित परिवारों के लिए निशुल्क राशन, रहने, दवाई और अन्य दूसरी आवश्यक वस्तुओं का इंतजाम किया जाए। हाईवे पर नाशरी से बनिहाल के बीच का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो रहा है। इससे हाईवे लगातार प्रभावित हो रहा है।