लखनऊ। शहरवासियों को अब चरित्र और किरायेदारों के सत्यापन के लिये अब पुलिस आफिस और थानों के चक्कर नहीं लगाने होगे। सब कुछ घर बैठे ही हो जायेगा। आवेदन करने से लेकर शुल्क जमा करने की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इतना ही नहीं अब किसी भी प्रक्रिया को पूरा करने के लिये 15 दिन ही लगेंगे। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने नागरिकों तक इस सेवा को पहुंचाने के लखनऊ पुलिस की वेवसाइट lucknowpolice.up.gov.in की सोमवार को शुरूआत की। उन्होंने बताया कि किरायेदार सत्यापन के लिये कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा।
पुलिस कमिश्नर ने पुलिस लाइन में इस सेवा की शुरुआत करते हुए कहा कि प्रक्रिया ऑनलाइन करने का खाका बनाने में एडीसीपी अमित कुमार और एसीपी अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव की मुख्य भूमिका रही है। नई नौकरी व किसी सरकारी लाइसेंस को लेने के लिये लोगों को चरित्र सत्यापन पुलिस से करवाना होता है। ऐसे आवदेन होने पर पुलिस विभाग से सम्बन्धित व्यक्ति को प्रमाण पत्र लेने में दो से तीन महीने तक का समय लग जाता था। पर, अब ऑनलाइन होने से यह प्रक्रिया आसान हो जायेगी। साथ ही आवेदक के मोबाइल नम्बर पर प्रगति का ब्योरा भी जाता रहेगा। इतना ही नहीं अगर कोई संस्था यह जानना चाहे कि कहीं उसे दिया गया प्रमाण पत्र फर्जी तो नहीं है, तो वह इसे पुलिस की वेबसाइट पर चेक कर सकता है।
सब कुछ ऑनलाइन होगा
अभी तक चरित्र सत्यापन के लिये हुए आवेदन को अलग अलग समय में स्थानीय थाने, डीसीआरबी (डिस्ट्रिक्ट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) और एलआईयू आफिस भेजा जाता था। लेकिन अब एक ही बार में ऑनलाइन व्यवस्था में तीनों जगह एक साथ आवेदन पहुंच जायेगा। इस प्रक्रिया में बना प्रमाण पत्र ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकेगा। पुलिस का दावा है कि ट्रॉयल के दौरान ही करीब 800 लोग इस वेवसाइट की मदद से ऑनलाइन प्रमाण पत्र व जुर्माना भर चुके हैं।
यह सब भी पता चल सकेगा
किसी बच्चे के लापता होने, साइबर अपराध की शिकायत कहां करनी है, पासपोर्ट आवेदन करने के लिये कहां सम्पर्क करें, लखनऊ के थानों व अन्य अधिकारियों के मोबाइल नम्बर, ये सब कुछ भी इस वेवसाइट से पता हो जायेगा। यही नहीं इस वेवसाइट से ट्रैफिक चालान होने पर जुर्माना ऑनलाइन भरा जा सकेगा।