संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की हत्या के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने व गिरफ्तार करने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। पहले से घोषित कार्यक्रम के तहत 18 अक्तूबर को देशभर में भारत में रेल सेवाओं को बाधित किया जाएगा। साथ ही कहा कि रेल संपत्ति को कोई नुकसान पहुंचाए बिना रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। एसकेएम ने सभी घटकों को कहा कि दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए।
रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए रविवार को किसान संगठनों ने तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान सड़क मार्ग बाधित नहीं किया जाएगा, केवल रेल रोकने के लिए कहा गया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि इसके लिए सभी जिलों में कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं राकेश बैंस ने कहा कि रेल रोको आंदोलन के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।
एसकेएम समन्वय समिति के सदस्य बलबीर राजेवाल ने रविवार को कहा कि 3 अक्तूबर को लखीमपुर खीरी में हत्याकांड के तुरंत बाद मोर्चा ने विरोध जताने के लिए कई कार्यक्रमों की घोषणा की थी।
एसकेएम शुरू से ही अजय मिश्र टेनी को केंद्र सरकार में मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करके गिरफ्तार करने की मांग करता रहा है। यह स्पष्ट है कि अजय मिश्र के मंत्री पद पर होने के कारण इस मामले में न्याय की उम्मीद नहीं है। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं है कि उनका बेटा आशीष मिश्र लखीमपुर खीरी हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। रिपोर्टों से संकेत मिल रहा है कि चश्मदीदों पर गवाही न देने और अपने बयान दर्ज नहीं करने का दबाव है। भाजपा में उनकी पार्टी के सहयोगी दावा कर रहे हैं कि वह पूरे घटनाक्रम के सूत्रधार थे।
छह घंटे तक सेवाओं को रखा जाएगा बाधित
एसकेएम नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत संयुक्त किसान मोर्चा और उसके सहयोगी घटक 18 अक्तूबर को पूरे भारत में रेल सेवाएं सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बाधित रखेंगे। उनका यह कार्यक्रम रेल संपत्ति को बिना क्षति पहुंचाए पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि न्याय मिलने तक आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
शहीद कलश यात्राओं की अगवानी कर रहे लाखों लोग
एसकेएम ने कहा कि लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के शहीदों की अस्थियों के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों में विभिन्न मार्गों पर शहीद कलश यात्राएं निकाली जा रही हैं। यात्राओं की अगवानी के लिए भारी संख्या में किसान व आम आदमियों की भीड़ उमड़ रही है।