अलीगढ़। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में जमानत पर बाहर आए डॉ. कफील एक बार फिर जेल में हैं। डॉ. कफील को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में 12 दिसंबर को भड़काऊ भाषण देने के मामले में जेल भेजा गया है।
डॉ. कफील को सिविल लाइन पुलिस मुंबई से ट्रांजिट रिमांड पर शुक्रवार को अलीगढ़ लेकर पहुंच गई। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनको न्यायिक अभिरक्षा में लेकर सुरक्षा कारणों से मथुरा जेल भेज दिया गया है।
गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद चर्चा में आए डॉ. कफील पर एएमयू की सभा में छात्रों को सांप्रदायिकता के नाम पर उकसाने व गृह मंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। अलीगढ़ निवासी डॉ. कफील ने 12 दिसंबर को एएमयू में स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव के साथ सभा में हिस्सा लिया था। पुलिस ने 13 दिसंबर को सिविल लाइंस थाने में धार्मिक भावना भड़काने का मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद से आरोपित डॉ. कफील की तलाश की जा रही थी। गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने डॉ. कफील को मुंबई से दबोच लिया।
सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया ने बताया कि पुलिस टीम ने मुंबई से आरोपित को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लिया और शुक्रवार देर शाम उसे ट्रेन से लेकर अलीगढ़ आ गई। यहां आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने रिमांड मंजूर करते हुए आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर 14 दिन के लिए जेल भेजने का आदेश पारित कर दिया। पुलिस आरोपित को पहले अलीगढ़ जेल लेकर पहुंची फिर सुरक्षा कारणों को देखते हुए मथुरा जेल में दाखिल करा दिया। वहीं, एएमयू में लगातार चल रहे आंदोलन को लेकर भी सुरक्षा तंत्र आशंकित था, जिसके चलते अलीगढ़ में उसे नहीं रखा गया।