काबुल। अफगानिस्तान में शांति स्थापना के मकसद से स्थानीय नेताओं से बातचीत के लिए अमेरिका के विशेष दूत जालमे खलीलजाद बुधवार को काबुल पहुंचे। इससे पहले वह पिछले सप्ताह पाकिस्तान गए थे। अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी मुजीबुर्रहमान रहीमी ने कहा है कि खलीलजाद फिलहाल स्थगित शांति वार्ता को फिर बहाल करने पर चर्चा करेंगे।
खलीलजाद और आतंकी संगठन तालिबान के बीच वार्ता हाल में फिर शुरू हुई थी। लेकिन पिछले हफ्ते बगराम स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे के पास तालिबान के आत्मघाती हमले के बाद अमेरिका ने वार्ता स्थगित करने की घोषणा कर दी थी।
इससे पहले दोनों पक्षों के बीच कतर की राजधानी दोहा में कई दौर की वार्ता हुई थी, जिसे गत सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रद कर दिया था। इसके पीछे भी तालिबान द्वारा अमेरिकी सेना पर किया गया हमला था।
वहीं, शांति वार्ता के दूसरी ओर आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं। बीते शुक्रवार से देश के कई हिस्सों में आतंकी वारदातों में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गजनी प्रांत में शनिवार को किए गए एक हमले में 23 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
बता दें कि पिछले सात दिसंबर को यह शांति वार्ता फिर शुरू हुई थी। लेकिन चार दिन बाद ही अफगानिस्तान के बगराम स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने के पास आतंकी हमले को लेकर अमेरिका ने वार्ता स्थगित कर दी गई थी। तालिबान को इतना विश्वास था कि क्रिसमस या नए साल के शुरू तक अमेरिका इस करार के होने का ऐलान भी कर देगा।