लखनऊ। इस बार ठण्ड और बारिश है कि जाने का नाम ही नहीं ले रही है। जा-जाकर फिर से लौट रही बारिश और ठण्ड अब लोगों के लिए कष्टकारी बन गयी है। किसानों की फसलें चैपट हो चुकी हैं। तो वहीं आम जन-जीवन भी बेमौसम बरसात और सर्दी से परेशान हो गया है। लोग बीमारी पड़ रहे हैं। होली के दिन भी बादलों की लुका-छिपी और बूंदाबांदी ने त्यौहार का मजा किरकिरा कर दिया। एक दिन (गुरुवार) की राहत के बाद अगले दिन की सुबह फिर वही बारिश और ठण्ड लेकर लौटी। शुक्रवार सुबह से तेज हवाओं के साथ राजधानी के आसमान पर डेरा डाले बादलों ने पूरे दिन गरज-चमक के साथ शहरियों को भिगोया।
मौसम का यह मिजाज अभी अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही रहने वाला है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। जिसके अनुसार अगले 72 घण्टों तक तेज हवाएं और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी चेतावनी दी गयी है। प्रदेश के साथ देश कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, उधमसिंहनगर, हरिद्वार में और नैनीताल में भारी बारिश की बात कही गयी है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी की भी संभावना है।
किसानों को भारी नुकसान
मार्च की शुरूआत से ही हो रही बारिश और ओलावृष्टि अब तक किसानों को काफी नुकसान पहंुचा चुकी है। गेहूं, सरसों, आलू और आम की फसलें लगभग चैपट हो चुकी हैं। लेकिन इतने पर भी मौसम अभी राहत देने के मूड में नहीं हैं। अगले कुछ दिनों तक और बारिश व ओलावृष्टि किसानों की दिलों वज्रपात से कम नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में बरसात और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट मांगी है। ताकि किसानों को जल्द से जल्द राहत और मुआवजा दिया जा सके