आगरा। आगरा में एक और मरीज कोरोना संक्रमित मिला है। इंग्लैंड से 21 मार्च को लौटे एक डॉक्टर के बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। लड़का इंग्लैंड में पढ़ाई करता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉक्टर के बेटे को आइसोलेट किया है और उसके नर्सिंग होम में आने वालों की लिस्ट बनाने का काम शुरू कर दिया है। सभी की जांच कराई जाएगी। आगरा में इससे पहले भी जूता कारोबारी परिवार के सदस्य संक्रमित मिले थे।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को पांच नए केस सामने आए हैं। इनमें तीन नोएडा के और आगरा-बागपत के एक-एक हैं। अब यूपी में संक्रमितों की संख्या 43 हो गई है। केजीएमयू के अनुसार- नोएडा की रहने वाली 21 साल की युवती में कोविड-19 का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। उसके माता-पिता पहले से ही कोरोना संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा हैं। लक्षणों के आधार पर युवती को आइसोलेट करके उसकी जांच कराई गई थी। वहीं, एक अन्य 33 साल की महिला व 39 साल के पुरुष में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। तीनों का इलाज नोएडा के एक अस्पताल में चल रहा है। इन सभी का सैंपल लखनऊ के किंग जॉज मेडिकल यूनिवर्सिटी में जांच के लिए आया था।
दुबई से लौटा था बागपत का युवक
19 मार्च को एक युवक दुबई से बागपत लौटा था। उसे घर पर ही आइसोलेट किया गया था। तबियत ज्यादा बिगड़ने पर युवक मंगलवार को जिला अस्पताल पहुंचा। जहां उसे भर्ती किया गया। उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
सबसे अधिक नोएडा में 14 केस
उत्तर प्रदेश में बुधवार को संक्रमण का सिर्फ एक केस सामने आया। लेकिन, गुरुवार को चार नए केस आए। अब पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 हो गई है। हालांकि, इनमें 11 कोरोना फाइटर्स भी हैं, जो इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं। नोएडा (गौतमबुद्धनगर) में कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित 14 लोग पाए गए हैं। वहीं, लखनऊ और आगरा में 8-8, गाजियाबाद में 3, पीलीभीत में 2 और लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर, जौनपुर और शामली में 1-1 केस पाए जा चुके हैं। लक्षणों के आधार पर बुधवार को 73 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया। जबकि, 1830 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें से 1707 की रिपोर्ट निगेटिव आई। 85 लोगों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है।