कोरोना वायरस के खिलाफ जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके लिए स्वास्थ्य सेवा कार्मिक और चिकित्सकीय प्रतिष्ठान विधेयक (हिंसा और संपत्ति के नुकसान पर रोक) को कानून बनाकर लागू किया जाए।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेजीडेंट डॉक्टरों के एसोसिएशन ने 16 अप्रैल को पत्र लिखकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से यह अपील की है।
एसोसिएशन ने कहा है कि मुरादाबाद समेत देश के कई हिस्सों में इस वक्त डॉक्टरों पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह विधेयक स्वास्थ्य मंत्रालय ने ही प्रस्तावित किया है।