उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी के एक गांव में 13 साल की दलित बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद निर्मम हत्या कर दी। बच्ची की आंखों और जुबान में गहरे घाव मिले हैं। पुलिस ने अभी तक इस मामले में दो लोगों को जेल भेज दिया है। वहीं, सपा और बसपा ने इस घटना का जिक्र करते हुए यूपी की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा काल में बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है। अखिलेश ने ट्विट किया- उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है। भाजपा काल में उत्तर प्रदेश की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है। बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?
क्या है पूरा मामला
पकरिया गांव निवासी 13 वर्षिया की दलित बच्ची शुक्रवार को सुबह 11 बजे खेत जाने के लिए घर से निकली थी। देर तक जब रामावती वापस नहीं आई तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। देर शाम परिजनों ने गांव के पास गन्ने के खेत में बच्ची का शव देखा। बच्ची की दोनों आंखें फोड़ दी गई थीं और उसकी जबान भी किसी नुकीले औजार से छेदी हुई थी। बच्ची का गला एक काले दुपट्टे से कसा हुआ था।
लखीमपुर के एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि हत्या से पहले किशोरी से रेप किया गया था। बाद में उसकी गला घोट कर हत्या कर दी गई। उन्होंने लड़की की आंखें फोड़े जाने और जुबान काटने की बात को खारिज किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर संतोष यादव और संजय गौतम को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और धारा 376 (डी) (सामूहिक बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।