लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि भाजपा राज में खाता न बही, जो पीएम कहें वही सही की तर्ज पर राजकाज चल रहा है। केंद्रीय बजट रहे हों या राहत पैकेजों की घोषणा, उनके ब्यौरे गायब रहते हैं। केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के ‘महा पैकेज‘ में कितना गरीब को मिलेगा, कितना किसान, दिहाड़ी कर्मियों, प्रवासी मजदूर, छोटे व खुदरा व्यापारी और ठेले-पटरी वाले में बंटना है, इसका कोई खुलासा नहीं कर रहा है। इसे भी जुमलेबाजी वाली योजनाओं की गिनती में क्यों न रखा जाए?
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रधानमंत्री के पद चिह्नों पर चलते हुए नित नए आयोगों के गठन में व्यस्त हैं। पूरे प्रदेश में काम की आस में मजदूरों की आंखें पथरा रही हैं, लेकिन सरकार को उनकी फिक्र नहीं है। अब मुख्यमंत्री बताएं कि मेहनतकश का पेट रोटी से भरेगा या आयोग की बैठकों व बयानों से। श्रमिकों के सामने गहरा अंधेरा है। वे कहां जाएं?
मुख्यमंत्री केवल बयानों में रोजगार बांट रहे हैं। हवा में विदेशी कंपनियों के प्रदेश में आने की तुकबंदी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से रोटी-रोजगार से वंचित लोग भुखमरी के शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं। किसानों समेत समाज के तमाम वर्गों के लोग अवसाद में हैं। कर्ज के बोझ से लदे लोगों को भविष्य में भी अंधेरा दिखाई दे रहा है।