वाशिंगटन । अमेरिका ने वेनेजुएला के शासकों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर विपक्षी नेता जुआन गुइदो को वाशिंगटन से सुरक्षित रूप से वापस जाने की अनुमति नहीं मिलती तो वह परिणाम भुगतने को तैयार रहे। अमेरिका ने एक बार फिर जुआन गुआदो पर अपनी आस्था दिखाई है। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि अमेरिका गुआदो को अपना समर्थन देता रहेगा। बता दें कि गुइदो इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं। छह फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गइदो से मुलाकात की थी। इस मौके पर व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका वेनेजुएला में तानाशाही के खिलाफ अपने सहयोगियों के साथ लगातार काम करता रहेगा। अमेरिका ने आगे कहा कि वेनेजुएला में लोकतांत्रिक व्यवस्था की बहाली के लिए वह वहां के नागरिकों के साथ खड़ा रहेगा।
वेनेजुएला लंबे समय से आर्थिक संकट की समस्या से जूझ रहा है। वेनेज़ुएला के मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो महंगाई रोकने में नाकाम रहे हैं, जिसके चलते देश में उनके खिलाफ वृहद स्तर पर रोष प्रदर्शन हो रहे हैं। महंगाई और दवाईयों की कमी के चलते बड़ी संख्या में देश से नागरिकों का पलायन भी हुआ है। निकोलस मादुरो ने जनवरी 2019 के आरंभ में चुनाव जीतकर लगातार दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इस शपथ ग्रहण समारोह के बाद से ही उनपर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया।
विपक्ष के नेता जुआन गोइदो की अपील के बाद लाखों लोगों ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं। इन प्रदर्शनों में लगभग 30 लोगों की मौत भी हो चुकी है। विपक्ष के नेता गोइदो ने स्वयं को देश का नया राष्ट्रपति घोषित कर दिया, जिसके बाद प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। अमेरिका ने मादुरो सरकार को अवैध घोषित करते हुए गोइदो का समर्थन किया जबकि रूस और सहयोगी देशों ने मादुरो को समर्थन दिया है।