वाशिंगटन। म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। अब अमेरिका में रहने वाले म्यांमार निवासियों को बाइडन प्रशासन अस्थायी तौर पर रहने की इजाजत देगा। म्यांमार में फरवरी में हुए तख्तापलट के बाद अमेरिका की तरफ से यह नवीनतम प्रतिक्रिया है।
गृह मंत्रालय के सचिव एलेजांद्रो मयूरकास ने कहा, ” म्यांमार नागरिकों के खिलाफ सैन्य तख्तापलट और सुरक्षा बलों की बर्बर हिंसा के कारण लोग देश के कई हिस्सों में मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं’। जारी किए गए अपने बयान में मयूरकास ने बताया कि पिछले महीने सैन्य तख्तापलट के कारण देश में असाधारण परिस्थितियों पर विचार करने के बाद टीपीएस के लिए म्यांमार को नामित करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि इस विकट स्थिति की समीक्षा के बाद म्यांमार के नागरिकों को अस्यायी तौर पर रहने के लिए नामित किया है ताकी वहां के नागरिक अमेरिका में अस्यायी रूप से रह सके।
एलेजांद्रो मयूरकास ने बताया कि अस्थायी तौर पर -Temporary Protected Status (TPS) उन लोगों को दी जाएगी जो, अपने देश में अशांति के चलते यूएस में आए हैं। आगे उन्होंने कहा कि निरंतर हिंसा और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ घातक हिंसा से लोगों में डर है। ऐसे में 11 मार्च तक अमेरिका में आए म्यांमार के लोगों को रहने की स्थिति को आगे विस्तार दिया जाएगा।
उधर, भारत सैन्य तख्तापलट के शिकार शरणार्थियों के भारत शरण लेने को केंद्र सरकार सतर्क हो गया है। यहां पर पूर्वोत्तर के चार राज्यों मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के साथ-साथ असम राइफल्स को सैन्य तख्तापलट के शिकार म्यांमार से शरणार्थियों के आगमन पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।