नई दिल्ली। अमेरिका के टेक्सास में पाकिस्तानी आतंकी साइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी को छुड़ाने के लिए आतंकियों ने हमला कर दिया। यह आतंकी हमला यहूदियों के एक पूजा स्थल पर देखने को मिला। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इतना ही नहीं, पाकिस्तानी साइंटिस्ट आफिया को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों ने चार लोगों को बंधक भी बना लिया।
बता दें कि यहूदी मंदिर में चार लोगों को बंधक बनाने वाले आतंकवादियों की मांग थी कि टेक्सास जेल में बंद साइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी को रिहा किया जाए। ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से डिग्री लेने वाली पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी सिद्दीकी को 2010 में 86 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उन पर दो साल पहले अफगानिस्तान में हिरासत में लिए जाने के बाद अमेरिकी सेना के अधिकारियों पर हमला करने और गोली मारने का आरोप है।
हालांकि यहूदियों के एक पूजा स्थल में बंधक बनाए गए लोगों को करीब 12 घंटे बाद शनिवार रात को रिहा करा लिया गया। सामाचार एजेंसी के मुताबिक गवर्नर ग्रेग एबॉट ने यह जानकारी दी। एबॉट ने ट्वीट किया, ”प्रार्थनाएं सुन ली गईं। सभी बंधक जीवित और सुरक्षित हैं।”
एबॉट के इस ट्वीट से पहले प्रार्थना स्थल में गोलियां चलने जैसी आवाजें सुनी गई थीं। अधिकारियों ने बताया कि एक व्यक्ति ने लोगों को बंधक बना लिया है और वह अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के लिए दोषी ठहराई गई एक पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी की रिहाई की मांग कर रहा है।
बचाव अभियान की विस्तृत जानकारी अभी नहीं दी गई है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि बंधक बनाने वाला संदिग्ध जिंदा है या उसे मार गिराया गया है। दो सुरक्षा अधिकारियों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि शुरू में कम से कम चार बंधकों के पूजा स्थल में होने का अनुमान था। अधिकारियों में से एक ने कहा कि माना जाता है कि बंधकों में पूजा स्थल के रब्बी (यहूदी धार्मिक नेता) भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने कहा कि व्यक्ति ने अपने पास हथियार होने का दावा किया लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की।
पहले एक बंधक को रिहा किया
वहीं, कोलीविले पुलिस विभाग ने कहा कि शनिवार शाम पांच बजे के बाद एक बंधक को बिना किसी नुकसान के रिहा कर दिया गया। माना जाता है कि व्यक्ति अपने परिवार के पास चला गया और उसे चिकित्सीय देखभाल की आवश्यकता नहीं थी।
अधिकारी अब भी हमले के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि बंधक बनाने वाले ने घटना की ‘लाइवस्ट्रीमिंग’ (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) भी की, जिसमें व्यक्ति को एक पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी को रिहा करने की मांग करते सुना जा सकता है, जिस पर अलकायदा से संबंध रखने का संदेह था और अफगानिस्तान में हिरासत में अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को मारने की कोशिश करने का दोषी ठहराया गया था।
अधिकारियों के अनुसार, व्यक्ति ने यह भी कहा कि वह आफिया से बात करना चाहता है। आफिया सिद्दीकी टेक्सास की संघीय जेल में बंद है। एक अधिकारी ने बताया कि न्यूयॉर्क शहर में एक रब्बी को संभवत: बंधक बनाए गए रब्बी का फोन आया था जिसके बाद न्यूयॉर्क शहर के रब्बी ने घटना की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस को फोन किया।
एफबीआई डलास के प्रवक्ता केटी चाउमोंट ने कहा कि पुलिस पहले सुबह 11 बजे के आसपास पूजा स्थल पहुंची और उसके तुरंत बाद आसपास के इलाकों से लोगों को निकाला गया। चाउमोंट ने कहा कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शनिवार शाम ट्वीट किया कि राष्ट्रपति जो बाइडन को इस बारे में जानकारी दे दी गई है और उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों से पल-पल की सूचना मिल रही है। इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं। उन्होंने लिखा, ”हम बंधकों और बचाव दल की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।”
कई लोगों ने लाइवस्ट्रीम के दौरान बंधक बनाने वाले को सिद्दीकी को अपनी ”बहन” के रूप में संबोधित करते सुना, लेकिन डलास फोर्ट-वर्थ टेक्सास में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) के कार्यकारी निदेशक फैजान सैयद ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि सिद्दीकी का भाई मोहम्मद सिद्दीकी इसमें शामिल नहीं था।
सीएआईआर ने की हमले की निंदा
देश के सबसे बड़े मुस्लिम समर्थक समूह सीएआईआर ने शनिवार को हमले की निंदा की। सीएआईआर के राष्ट्रीय उप निदेशक एडवर्ड अहमद मिशेल ने एक बयान में कहा, ”एक पूजा स्थल पर यह हालिया यहूदी विरोधी हमला बुराई का एक अस्वीकार्य कार्य है। हम यहूदी समुदाय के साथ एकजुटता में खड़े हैं और हम प्रार्थना करते हैं कि सुरक्षा अधिकारी बंधकों को तेजी से और सुरक्षित रूप से मुक्त करने में सक्षम होंगे। कोई भी कारण इस अपराध को उचित ठहराने का बहाना नहीं बना सकता है।”