वॉशिंगटन। अमेरिका ने घोषणा की है कि वह छह और देशों पर यात्रा पर प्रतिबंध लगाएगा, जिनमें चार अफ्रीकी देश शामिल हैं। अमेरिका के यात्रा प्रतिबंध जैसे कदम की पहले से ही आलोचना हो रही है। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि आव्रजन प्रतिबंध तंजानिया, नाइजीरिया, सूडान, इरीट्रिया, किर्गिस्तान और म्यांमार पर लगाए जाएंगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुक्रवार को हस्ताक्षर किए गए उद्घोषणा के 22 फरवरी को मध्य रात्रि 12.01 बजे प्रभावी होंगे। सूची में समय-समय पर परिवर्तन होता रहा है।
वीजा आवेदन पर लगा अंकुश
बयान के अनुसार, इरीट्रिया, किर्गिस्तान, म्यांमार और नाइजीरिया के नागरिकों के वीजा आवेदन करने पर अमेरिका अंकुश लगाएगा, जिससे इन देशों के नागरिकों के स्थाई निवास पर लगाम लगेंगे। दो अन्य देशों सूडान और तंजानिया के नागरिकों को डाइवर्सिटी वीजा लॉटरी में भाग लेने से रोका जाएगा, जो अप्रवासियों को ग्रीन कार्ड देता है। बयान में कहा गया है कि नए प्रतिबंधित देश अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहे।
बयान में कहा गया कि नए प्रतिबंध व्यापार, पर्यटन या उन देशों से गैर-अप्रवासी यात्रा पर लागू नहीं होते। इससे पहले सात देशों सीरिया, ईरान, लीबिया, सोमालिया, यमन, उत्तर कोरिया, वेनेजुएला पर प्रतिबंध लगाया गया था। अब इस सूची में छह और देश शामिल किया जाएगा, जिनमें से कई मुस्लिम-बहुल हैं। ये सभी 2017 में ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी किए गए यात्रा प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं।
जून, 2018 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम बहुल देशों पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों को जायज ठहराया था। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा था कि चुनौतीकर्ता यह साबित करने में असफल रहे कि यह प्रतिबंध या तो अमेरिकी आव्रजन कानून या एक धर्म पर दूसरे धर्म को सरकारी तरजीह देने संबंधी अमेरिकी संविधान के पहले संशोधन का उल्लंघन करता है। इस मामले में चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने कहा कि सरकार ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर पर्याप्त रूप से न्यायोचित साबित किया।