आंध्र प्रदेश में शुक्रवार से कड़पा एवं अनंतपुरामु जिलों में वर्षाजनित घटनाओं में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के एक सदस्य समेत मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 25 हो गई। 17 अन्य लोग अभी तक लापता हैं। वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस एवं अग्निशमन सेवा कर्मियों ने एक पुलिस इंस्पेक्टर समेत कम से कम 64 लोगों की जान बचाई है। राहत एवं बचाव में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की 17 टीमें जुटी हैं। शनिवार को वर्षा की तीव्रता में कमी आई लेकिन लोगों को मामूली राहत मिली है।
अभी भी कई रिहाइशी इलाकों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कड़पा, अनंतपुरामु और चित्तूर जिले का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने कलेक्टरों से हुए नुकसान का ब्योरा मांगा है। राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक लोगों के आश्रितों को अनुग्रह राशि के रूप में पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री जगन से की फोन पर बात करके स्थिति की जानकारी ली है।
अनंतपुरामु जिले में कादिरि कस्बे में लगातार वर्षा के कारण एक निर्माणाधीन भवन ढहकर समीप के दूसरे मकान पर गिर गया। इससे दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मलबे से चार लोग सुरक्षित निकाले गए, जबकि अन्य का पता नहीं चल पाया है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक भारी बारिश के चलते अनंतपुर में चित्रावती नदी में आई बाढ़ में 10 लोग फंस गए थे जिनको भारतीय वायु सेना ने हेलीकाप्टर के जरिए बचाया।
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पेन्नार नदी में रिकार्ड बाढ़ से एसपीएस नेल्लोर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। विजयवाड़ा मंडल के नेल्लोर-पादुगुपाडु खंड में रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण शनिवार और रविवार को कम से कम 10 एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
वहीं तमिलनाडु के वेल्लौर जिले में शुक्रवार को भारी बारिश में एक मकान ढह जाने से उसमें रहने वाले नौ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में चार महिलाएं, चार बच्चे और एक पुरुष है। परिवार जिस समय सो रहा था उसी दौरान मकान ढह गया। अग्निशमन, बचावकर्मी और पुलिस टीम तुरंत ही मौके पर पहुंच गई और घायलों को निकाला। आठ घायलों को पेरानमबेट सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।